मॉनसून सत्र
सूत्रों के मुताबिक मानसून सत्र का पूर्वानुमान : विपक्षी गर्जना के साथ बौछार करेगा , बिजली चमकेगी, बादल गरजेंगें हो सकता है एक आध जगह बादल फट भी जाए या फिर लैंड स्लाईड हो जाए … तैयार रहिएगाBJP to ‘aggressively’ counter opposition attack in House as Congress sticks to its guns – Navbharat Times
शिवराज सिंह चौहान, नरेंद्र मोदी और सुषमा स्वराज (फाइल फोटो)फोटो शेयर करेंनई दिल्ली कांग्रेस ने रविवार को संसद चलाने का सारा दारोमदार सरकार पर डालते हुए सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और शिवराज सिंह चौहान को हटाने की ‘न्यूनतम कार्रवाई’ की मांग की जबकि BJP ने इन आरोपों का जोरदार ढंग से मुकाबला करने का निर्णय किया है जिससे मंगलवार से शुरू हो रहे मॉनसून सत्र के हंगामेदार रहने के प्रबल आसार नजर आ रहे हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मॉनसून सत्र के दौरान संसद का चलना और महत्वपूर्ण विधेयकों का पारित होना ‘अधिक आसान’ हो जाएगा यदि BJP इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करे और इससे BJP को अपनी छवि ‘ठीक करने’ में भी मदद मिलेगी जो घोटालों से प्रभावित हुई है। मिलती-जुलती खबरेंकेंद्र की हाउज़िंग फॉर ऑल योजना पर संशय, रोज बनाने होंगे 44 हजार मकानUPA-2 के मंत्रियों के थे NDA से दोगुने दौरेशाह ने सुषमा, वसुंधरा, चौहान से मांगा ‘सबूत’!PM ने पहली बार NDA की बैठक बुलाईभारत और हिंदू विरोध के लिए हो रहा है IITs का इस्तेमाल: RSS पढ़ें- मिल गई कांग्रेस और बीजेपी हाथ मलते रहे गए शरद पवार यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस पार्टी कौन सी न्यूनतम कार्रवाई से संतुष्ट होगी, आजाद ने कहा, ‘न्यूनतम कार्रवाई उन सभी को हटाना है, विशेष तौर पर तीन जो ललितगेट में हैं, जिसमें राजस्थान की मुख्यमंत्री और अन्य सांसद और केंद्रीय मंत्री हैं, इसके अलावा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र के दो मंत्री शामिल हैं।’ पढ़ें- विपक्ष से ‘मुकाबले’ के लिए शाह ने सुषमा, वसुंधरा, चौहान से मांगा ‘सबूत’!
उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि एक दिन बाद जब संसद का सत्र शुरू होगा प्रधानमंत्री उन सभी के इस्तीफे की घोषणा करेंगे जो ललितगेट में शामिल हैं या जिन पर आरोप लगे हैं और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री जिनके मुख्यमंत्री रहते बड़ी संख्या में गवाहों की मौत हुई है और हजारों को डिग्रियां मिली हैं।’ पढ़ें- रिमोट से कांग्रेस चलाती थी राज, बीजेपी नहीं : राजस्थान बीजेपी मंगलवार से शुरू हो रहे संसद के मॉनसून सत्र के मद्देनजर BJP अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, स्मृति ईरानी, रवि शंकर प्रसाद और पीयूष गोयल सहित पार्टी के विभिन्न सहकर्मियों और पार्टी प्रवक्ताओं के साथ रणनीतिक बैठकें की जिस दौरान राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद थीं। पढ़ें- रेकॉर्ड चौथी बार भूमि अध्यादेश को जारी कर सकती है मोदी सरकार इसके साथ ही, शाह ने रणनीति को और बेहतर बनाने के लिए जेटली और राजनाथ सिंह और वेंकैया नायडू जैसे अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। बातचीत में भाग लेने के लिए चौहान भी बाद में दिल्ली पहुंच गए। किसी का इस्तीफा नहीं लेने की बात स्पष्ट करते हुए बैठक में यह भी चर्चा हुई कि मंगलवार से शुरू हो रहे सत्र के दौरान संसद में इन मुद्दों पर विपक्ष के हमले का मुकाबला और सरकार और पार्टी के जवाब को कैसे सुसंगत किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि BJP उन विवादास्पद मुद्दों पर बैकफुट पर नहीं दिखना चाहती थी जिनको लेकर पार्टी को पिछले कुछ दिनों से निशाना बनाया जा रहा है। Read more…