नो आईडिया बनाम आईडिया रिचार्ज
कई बार लेखन में या कार्टून में आईडिया इतने आते हैं मानो सुनामी आ गई हो. कई बार आईडिया का ही सूखा पड़ जाता है और रिचार्ज करना पडता है. कई बार अचानक न्यूज में, मुद्दों में ढ़ेरो आईडिया आज जाते है और किस पर बनाया जाए इस बात का कन्फ्यूजन हो जाता है ।। आज यही हो रहा है ।।। सोच विचार जारी है…
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