जय रक्तदाता – रक्तदान का महत्व समझते हुए हमें न सिर्फ रक्तदान blood donate करना चाहिए बल्कि स्वैच्छिक रक्तदान जैसे रक्तदान महादान होता है के लिए लोगो को प्रेरित भी करते रहना चाहिए..
जय रक्तदाता – रक्तदान का महत्व
बात 1974 की हैं तब मैं नौ साल की थी. हम हरियाणा के जींद मे रहते थे. वहां शाम को अक्सर रेस्ट हाउस मे खेलने जाते. वहाँ एक पानी से भरा pond था. खेलते खेलते अचानक एक लडकी उसमें गिर गई बच्चे तो बहुत खेल रहे थे पर मैंने आगे बढ कर उसे डूबने से बचाया.
उस दिन सभी बच्चे मेरी जयजयकार करते हुए उस लडकी को घर ले गए. उस दिन के बाद से और लगभग आज से 6 साल पहले तक मैं यह बात हर किसी को बताती कि मैनें एक बच्ची को डूबने से बचाया.( वैसे वो लडकी आज चंडीगढ मे सफल वकील है)
…. पर तीन साल पहले जब मुझे रक्तदान और रक्तदाता के बारे मे जानकारी हुई और मैने इस क्षेत्र मे काम करना शुरु किया तो उस बचपन की धटना को मै बिल्कुल भूलती चली गई. तीन साल पहले एक मित्र का फोन आया कि 2 साल की बच्ची के दिल आप्रेशन होना है खून चाहिए तब अपने पति संजय जी की मदद से दो चार डाक्टरो को फोन किया और अनायास ही उस बच्ची की मदद हो गई यानि खून का इंतजाम करवा दिया और दस दिन बाद बच्ची सकुशल घर लौट गई.
यकीन मानिए उस दिन जो खुशी म्रे दिल ने महसूस की उसका में शब्दों में वर्णन ही नही कर सकती.
इसके बाद और भी फोन आने लगे और मैने अपना देश भर में नेट वर्क बनाना शुरु किया और तब से अब तक कितने लोगो की मदद कर चुकी हूं अब गिनती भी नही है इसके लिए मेरा अकेली का योगदान नही था. इसके लिए मेरे मित्र बहुत सहायक सिद्द हुए हालांकि बहुत को तो मैं जानती भी नही हूं मात्र फोन पर ही बात हुई पर यह जरुर पता था कि यह लोग रक्तदान के प्रति बेहद बेहद जागरुक है और वाकई में, इस क्षेत्र मे कुछ करना चाहते हैं
14 जून वर्ड ब्लड डोनर्स डे के उपलक्ष मे मैं अपने कुछ रक्तदाता दोस्तों को धन्यवाद देना चाह्ती हूं… डाक्टर संगीता पाठक (दिल्ली) डाक्टर रवनीत कौर(चंडीगढ), श्री राकेश सांगर (पंचकुला) , दिल्ली की ब्लड कनेक्ट की पूरी कर्मठ, जोशीली और मेहनती टीम, श्री राजेंद्र महेश्वरी(भीलवाडा), श्री दीपक शुक्ला(जलगांव) , डाक्टर सोनू सिह (दिल्ली),रोटरी ब्लड बैंक दिल्ली से आशा बजाज , मंजुल पालीवाल रोहतक हरियाणा से, जगदीश कुमार (जम्मू) से संगीता वधवा(मुम्बई) से अजय चावला ( फरीदाबाद , हरियाणा से) जोकि नेगेटिव ब्लड arrange करवाते हैं.
इसके इलावा भोपाल( म.प्रदेश) , सूरत (गुजरात) , जोधपुर या हैदराबाद से भी किसी को जरुरत हो तो भी ऐसे लोग जुडे हुए हैं कि कोई दिक्कत नही आने देंगें…
बात ये नही है कि ये कहाँ कहां रहते हैं आज ऑन लाईन के जमाने मे सब तुरंत हो जाता है. इन का नेट वर्क इतना मजबूत है कि कोशिश करके ये कही न कही से रक्तदाता खोज ही लेते हैं आज की तारीख मे मेरे पास ऐसे 30 से ज्यादा नाम हैं जो इस क्षेत्र मे अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं और मेरा प्रयास यही रहता है कि आज की तारीख मे किसी भी जरुरत मंद का फोन आए तो मै कैसे भी करके मदद कर सकूं.
इन सभी ने मुझे विश्वास जताया है कि जब भी रक्त की जरुरत हो आप फोन करिए इंतजाम हो जाएगा. मुझे लगता है कि दुख और परेशानी की घडी मे अगर ये शब्द सुनने को मिल जाए तो तकलीफ आधी हो जाती है.
बेशक, रक्तदान के क्षॆत्र मे अभी बहुत बदलाव आना बाकि है लोगो मे जागरुकता लानी बहुत जरुरी है पर जब ऐसे कर्मठ और मेहनती लोग होंगें तो जल्द ही वो दिन भी आएगा कि जब देश मे शत प्रतिशत स्वैच्छिक रक्तदान होगा.
यकीन मानिए बहुत खुशी का अहसास होता है जब वो स्वस्थ होकर घर चला जाते है. जरुरतमंंद को जब कहती हूं कि आप चिंता मत कीजिए इंतजाम हो जाएगा तो उसकी फोन पर भराई आवाज मे जो एक खुशी झलकती है वो बयान नही की जा सकती. यकीन मानिए उस दिन खुशी के मारे भूख प्यास भी उड जाती है.
रक्तदान की जानकारी मिली मुझे डाक्टर युद्दबीर सिह ख्यालिया जी से . ISBTI ( इंडियन सोसाईटी आफ ब्लड ट्रासफ्यूजन एंड ईम्योनोहैमोटोलोजी) के माध्यम से रक्तदान की महत्ता से रुबरु करवाया और मैं इस काम को करने में प्रेरित हुई और आज बहुत अच्छा नेटवर्क तैयार हो रहा है…
जय रक्तदाता – रक्तदान का महत्व के बारे में आपके विचारों का स्वागत है …
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