रक्तदान महादान है फिर भी बहुत लोग स्वैच्छिक रक्तदान करते हुए कतराते हैं और बहाना होता है कि सूई से डर लगता है. कितना अजीब लगता है कि आदमी को सूई से डर लगता है … अगर आपकी भी यही सोच है तो इस लेख को पूरा पढिए … हीमोफीलिया और थैलीसीमिया के मरीजो का संंदेश सुनिए और फिर अपनी राय बनाईगा …
रक्तदान महादान – क्या आप भी सूईं से डरते हैं
14 June World blood donors day होता है रक्तदान महादान है फिर भी ना जाने क्यो आम जनता मे स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति जागरुकता उतनी नही है जितनी होनी चाहिए.कोई कहता है कि सूई से डर लगता है तो कोई कहता है कि हमे किसी ने कहा ही नही तो कोई कहता है इसे करने से कमजोरी आ जाती है.
ISBTI संस्था दिन रात इसी प्रयास मे जुटी है कि लोगो मे रक्तदान के प्रति जागरुकता आए इसी सिलसिले में मैनें कुछ ऐसे मरीजों से बात की जिन्हें नियमित रुप से रक्त की जरुरत पडती रहती है. आईए जाने उनके विचार….!!!

रक्तदान महादान – क्या आप भी सूईं से डरते हैं
हीमोफेलिया एक ऐसी बीमारी है जिसमे एक बार अगर कट लग जाए तो रक्तस्राव शुरु हो जाता है जो कई सप्ताह तक चलता ही रहता या अंदरुनी रक्तस्राव एक बार शुरु हो जाए तो लगातार रक्तस्राव होता रहता बहता रहता है. जम्मू मे रहने वाले हीमोफीलिया से पीडित जगदीश कुमार जी ने ऐसे बहुत पीडित बच्चो को गोद ले रखा है और उनका इलाज अपने पैसे से करवाते हैं, उन्होनें रक्तदाताओ को अपना संदेश कुछ इस तरह दिया……
रक्तदान महादान पर संदेश
रक्त का कोई विकल्प नही. हम सभी आपकी दया के भिखारी हैं. रक्तदान कुम्भ के शाही स्नान से भी ज्यादा कीमती है क्योकि कुम्भ का स्नान सिर्फ अंतरात्मा को पवित्र करता है जबकि रक्तदान अंतरात्मा के साथ साथ दूसरे के जीवन को भी पवित्र करता है.
हमारे जीवन को चलाने के लिए आप सभी के सहयोग की आवश्यकता है. अगर आज मैं संदेश भेजने के काबिल हूं तो उसके पीछे 248 लोगो का रक्त मेरे शरीर मे दौड रहा है.
यू तो वर्ष चलते चलते रुक जाते है आपका रक्त मिला तो दौड लगाते हैं. कुदरत की देन कहे या करिश्मा बस आपके सहयोग से जीवन चलाते है.
पूना निवासी, थैलीसीमिया की मरीज, संगीता वधवा थैलीसीमिया के क्षेत्र मे Face, Fight & Finish को लेकर अभूतपूर्व काम कर रही हैं फिर भी उनका संदेश सभी रक्तदाताओ के लिए:
रक्तदान महादान पर संदेश
दो तरह के लोग होते हैं. पहले तो वो जो रक्त दान नही करते और दूसरे वो जो रक्तदान तो करते हैं पर उनका रक्त रिजेक्ट हो जाता है. दोनो के लिए यह सोचने की बात है. जो नही दे रहे हैं उनके बारे मे और जो रिजेक्ट हो रहे हैं उन्हे भी बहुत सोचने की आवश्यकता है. दुर्भाग्य की बात है कि आज की तारीख मे जितने लोग रक्तदान करते हैं उनसे चार गुणा हमे ज्यादा चाहिए. मंदिर मे हम दान करके आते हैं तो हमे पता नही चलता कि हमारा रुपया कहां जाता है किसके काम आता है पर रक्तदान महादान है रक्तदान देंगे तो एक साथ चार जिंदगी बचाएगें. प्लीज, स्वैच्छिक रक्तदान कीजिए और हमारी जिंदगी बचाईए.
जब ये लोग बीमारी के बावजूद ना सिर्फ इससे लड रहे हैं बल्कि दूसरो को भी जागरुक कर रहे हैं तो हम क्या इतना सहयोग भी नही दे सकते कि रक्तदान के प्रति जागरुक हो और दूसरो को भी इसकी महत्ता से अवगत करवाए.
मेरे ख्याल मे अब तो आप यह नही कहेंगे कि आपको सूई से डर लगता है और अब आपको लगने लगा होगा कि रक्तदान महादान है.
रक्तदान का महत्व – आईए नया जीवन दें – Monica Gupta
रक्तदान करना मानो किसी को नया जन्म देना पहले समय में जब हमें रक्तदान का महत्व नही पता था और जब जानवरों का खून इंसानों में चढाया जाता था तब अलग बात थी पर आज read more at monicagupta.info
जय रक्तदाता – रक्तदान का महत्व – Monica Gupta
जय रक्तदाता – रक्तदान का महत्व समझते हुए हमें न सिर्फ रक्तदान blood donate करना चाहिए बल्कि स्वैच्छिक रक्तदान जैसे रक्तदान महादान के लिए लोगो को प्रेरित जय रक्तदाता – रक्तदान का महत्व – Monica Gupta
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