(तस्वीर गूगल से साभार)
स्वतंत्रता दिवस – मोदी जी और नागरिकों से सुझाव ,विचार और संदेश
suggestions for Independence Day Speech
पिछ्ले दिनों हमारे प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों ‘मन की बात’ में स्वतंत्रता दिवस की अपनी स्पीच के लिए लोगों से सुझाव मांगे थे। ये वाकई बहुत अच्छी बात है .आज जिस तरह से सोशल मीडिया घर घर पहुंच रहा है ऐसे में, देश के प्रधान मंत्री तक अपनी बात पहुंचाना सरल हो गया है और उस पर अगर प्रधान मंत्री खुद जानना चाहें तो इससे बेहतर और क्या बात हो सकती है.
दिमाग तो मेरा भी बहुत दौड रहा था कि क्या लिख सकती हूं मेरे दिमाग में महिला सुरक्षा और स्वच्छ भारत ज्यादा चहल कदमी कर रहे थे. फिर 100 नम्बर हेल्प लाईन या सरकारी अस्पतालों या सरकारी स्कूलों की की जर्र जर्र हालत.फिर सोचा अपना बनाया कार्टून भेज दूं फिर विचार आया कि कि एक ऑडियो भेज दूं बस विचारों की सुनामी सी आ गई और…और….. और मैं कुछ नही भेज पाई.
आज जब बहुत सारे लोगो के विचार पढे तो मन खुश हो गया… सभी ने अच्छा लिखा है तो सोचा कि क्यो ना उसे ही आप सभी के सथ ब्लॉग के माध्यम से सांझा कर लूं.
जितना मैनें अभी तक पढा. उनके पास देशभर से 10 हजार से ज्यादा सुझाव आ चुके हैं। लोगों ने गाय, दलित, एलजीबीटी, सफाई, महंगाई, गुलदस्ते और कश्मीर जैसे कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. कुछ मुझे बहुत पसंद आए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आप हर रोज दर्जनों लोगों से गुलदस्ते क्यों स्वीकार करते हैं? क्या आप और सारे मंत्री इस स्वागत प्रक्रिया को रोक नहीं सकते हैं। क्योंकि सिर्फ आपको गुलदस्ता देने में सालाना तौर पर 1.5 करोड़ रुपए सालाना का खर्च आ रहा है।
आशीष ने कहा है कि 9 अगस्त को जब प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में उतरे, 10-15 गुलाब के गुलदस्तों से उनका स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री ने इन गुलदस्तों को एक या दो सेकेंड के लिए हाथों में लिया और फिर सिक्योरिटी स्टॉफ को दे दिया।
आनंद ने लिखा है, ‘इससे पहले कि खुश्बू प्रधानमंत्री तक पहुंचती, दूसरा गुलदस्ता उनके हाथों में आ जाता। आप (प्रधानमंत्री) हर रोज कई लोगों से मिलते होंगे और स्वागत में आपको गुलदस्ते भेंट किए जाते होंगे।’ उन्होंने आगे कहा है कि प्रधानमंत्री को एक स्वागत कोष शुरू करना चाहिए। इस कोष में उन लोगों से पैसे जमा करने को कहना चाहिए, जो प्रधानमंत्री का स्वागत करना चाहते हो और प्रधानमंत्री को गुलदस्तों को स्वीकार करने की प्रक्रिया कम से कम कर देनी चाहिए
अन्य सुझावों में एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जताई है। उनका कहना है कि टेलीविजन पर प्रधानमंत्री का चेहरा थका हुआ दिख रहा है।
पीएम पन्द्रह अगस्त को अपने भाषण में लोगों से बच्चों को स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़ी फिल्में दिखाने को कहें बजाय इसके कि वे बच्चों संग पिकनिक पर निकल जाएं।
एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री से जम्मू-कश्मीर को दिए गए 80 हजार करोड़ के पैकेज पर विस्तृत रूप से बात करने को कहा है। ताकि यह बताया जा सके कि अगर बीजेपी सांप्रदायिक होती, तो ऐसी घोषणा क्यों करती।
एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री से शहीदों के परिवारों के बैंक अकाउंट साझा करने की घोषणा करने को कहा है। ताकि शहीदों के परिवारों की मदद के लिए लोग पैसे दे सकें।
– संदीप दास ने लिखा कि पीएम को 1000 रुपए से ज्यादा का कैश लेन-देन बंद करने का एलान करना चाहिए। गरीब लोग इससे ज्यादा पैसा खर्च नहीं कर पाते हैं। इससे ब्लैक मनी पर लगाम लगेगी। वहीं, 1000 और 500 के नोट बंद किए जाएं।
– बिजेंद्र जांगरा ने सुझाव दिया- “देशभर में प्लास्टिक बैग पर बैन लगाएं।”
– आरुणि त्रिवेदी ने कहा – “मैं दो सुझाव देना चाहता हूं। पहला, अपनी स्पीच कृपया 30 मिनट के अंदर खत्म कर लें तो अच्छा होगा। दूसरा, शहीद जवानों को देश में पूरा सम्मान मिले।”
– नवरंग लाल बोले- “फैमिली प्लानिंग के लिए मोटिवेशन स्कीम लाएं। इसे स्वच्छ भारत अभियान की तरह पॉपुलर किया जाना चाहिए।”
– जय ने कहा कि घाटी में तनाव पर सबका ध्यान है। अगर अच्छा हो कि पीएम अपनी स्पीच में जम्मू-कश्मीर के लिए घोषित 80 हजार करोड के पैकेज की डिटेल में जानकारी दें।
– एक शख्स ने कहा- ” मैं पीएम की सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं। पीएम ज्यादा मेहनत न किया करें, क्योंकि टीवी पर चेहरा थका हुआ दिखता है।
“आदित्य दीवान ने सफाई कर्मचारियों को सफाई सैनिक कहने की बात रखी।
-करोड़पति सांसद अपनी सैलरी छोड़ें
– नितिन निगम ने सुझाव दिया- “यदि कोई शख्स कार चलाते समय सड़क पर थूकता है तो उस पर कुछ कार्रवाई की जानी चाहिए।”
– कमलेश राम ने कहा- ” मोदी जी आप महंगाई कम करने के लिए स्टेप उठाएं। आम आदमी जानना चाहता है कि महंगाई दर कब 2 से फीसदी होगी।”
– महेश कवडे चाहते हैं, पीएम ऑर्गन डोनेशन पर कुछ बोलें। भविष्य में इसकी जरूरत बढ़ेगी। इसलिए कानूनी में सख्ती कम हो।”
– राजन सोनी ने करोड़पति सांसदों की सैलरी पर कहा- “करोड़पति सांसदों को अपनी सैलरी छोड़ देनी चाहिए। इस बारे में कोई एलान लाल किले से होना चाहिए।”
पांच साल की बच्ची का सुझाव अनुष्का रुद्रावर ने लिखा, “हेलो सर में अपने पापा के आईडी से मेल भेज रही हूं” “मेरा सुझाव उस प्रोजेक्ट को लेकर है, जिस पर हमारे पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम ने पहल की थी।”
– विकास राय ने सलाह दी है कि उन्हें इस स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की जगह कश्मीर जाकर तिरंगा फरहाना चाहिए.
मेरे विचार से कुछ करेंगें तभी देश बदलेगा…प्रोफाईल पिक्चर या स्वतंत्रता दिवस के संदेश भेजने से कोई बदलाव नही आएगा. चुपचाप बस खुद कुछ अच्छा काम करते रहें अपना देश के प्रति फर्ज समझे… बदलाव जरुर आएगा !!
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं !!
स्वतंत्रता दिवस भाषण के लिए PM मोदी ने मांगे जनता से सुझाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस पर दिए जाने वाले अपने भाषण के लिए जनता से सुझाव मांगे हैं। read more at www.punjabkesari.in
वैसे आपके क्या विचार होते जरुर सांझा कीजिए …
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