बच्चों की सुरक्षा का ध्यान पैरेंट्स कैसे करें – बच्चों की कैसे रखें सुरक्षा – How to be a Good Parent – बच्चों का कैसे रखे ख्याल !! क्या आप बच्चे का ख्याल रखते हैं ?? आपका जवाब यही होगा अरे !! ये क्या बात हुई ?? बिल्कुल ध्यान रखते हैं अच्छी से अच्छी पढ़ाई करवा रहे हैं सारी सुख सुविधाए दे रहे हैं… जी वो तो मुझे पता है पर क्या आप अपने बच्चे का ख्याल रख रहे हैं … आप सुबह जाकर देर शाम तक लौटते हैं… उस बीच में बच्चा क्या करता है क्या नही करता उस बारे में ख्याल रखते हैं.. ?? सिर्फ अच्छे बडे स्कूल में दाखिला करवाने या सारी सुख सुविधाए देने भर से ही आप ख्याल नही रख सकते …
बच्चों की सुरक्षा का ध्यान पैरेंट्स कैसे करें – How to be a Good Parent
बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए आपको कुछ बातों का ख्याल और भी रखना होगा …
ख्याल रखने वाली बात से मेरा मतलब है अवेयर रहना कि बच्चे कहां जाते हैं उनके कौन कौन दोस्त है , मोबाईल पर किससे बात करते हैं किसे क्या मैसेज करते हैं स्कूल में, खेल के मैदान में, ट्यूशन या घर के बाहर क्या-क्या करते हैं
जरुरत है Balance Parent बनने की
और ये काम बहुत अच्छी तरह से Balance बना कर करना चाहिए … कुछ मदर्स बहुत शक्क करती है .. बात बात पर पर्स चैक करेगी, मोबाईल चैक करेगी, मैसेज चैक करेगी ये बात भी सही नही है इससे विश्वास खत्म होता है ये दोस्त कौन है कहां रहता है … क्या करता है कब से जानते हो एक दूसरे को.. इससे ना विश्वास खत्म हो जाता है इसलिए बहुत बैलेंस बना कर चलना चाहिए … वो तो हाथ भी उठा देती हैं ये बहुत नाजुक मामले होते हैं इसलिए बहुत पैसेंश रखते हुए इस मामले को डील करना चाहिए..
इसके लिए क्या क्या करना चाहिए
पहली बात तो बच्चों से दोस्ती बनाएं...
अपना कुछ समय बच्चे के साथ जरुर बिताए और उन्हें दोस्ताना माहौल दें .. बच्चे के साथ खेलें भी ताकि बच्चा खुल जाए और और खुद ब खुद आपसे सारी बात शेयर करें.. बातों बातों में बोल्ड बनाईए और समझाईए कि किसी लालच में नही आना.
बच्चों पर विश्वास
बच्चों पर विश्वास करें .. यकीन मानिए अगर आप बच्चों पर विश्वास रखेंगें तो वो आपके विश्वास को कभी नही टूटने देंगें. उनसे सारी बातें करिए और पूछिए पर पुलिस बन कर नही सीआईडी आफिसर बनकर नही बल्कि एक दोस्त बनकर .. आप बच्चों को समझाईए कि ऐसा कोई काम नही करना चाहिए कि नजर नीची करके चलना पडे. कब , कैसे क्यों कहां या बाहर आ जाओ पापा ने बात करनी है …
बच्चे की बात ध्यान से सुनें..
अपने बच्चे की हर बात ध्यान से सुनें. बच्चा अगर किसी मेहमान या रिश्तेदार को लेकर असहज है तो जानने की कोशिश करें वो परिवार के किसी सदस्य, रिश्तेदार से किसी से दूर रहने की कोशिश कर रहा है तो भी ध्यान जरुर दीजिए कई बार बच्चे किसी मेहमान को पसंद नही करते उन्हें देखते ही बच्चे को गुस्सा आ जाता है या उनसे छिपने लगते हैं तो कारण पता करने की कोशिश करें …
बच्चों के दोस्तों से भी मेलजोल रखें…
बच्चों के कुछ खास दोस्त होते हैं उनसे भी मेलजोल रखें और समय समय पर उन्हें घर पर भी बुलाए और उनसे बातें करें
बच्चों के दोस्तों के माता पिता से भी दोस्ती रखें …
जैसे मान लीजिए स्कूल में पैरेंट्स टीचर मीट है… वहां मिलीए और उनसे बाते भी कीजिए फिर घर पर भी बुलाईए वो इसलिए ताकि आपस में पारिवारिक सम्बध हो जाए.. ये बहुत जरुरी है…
स्कूल में क्लास टीचर से भी हर महीने मिले.
कई पैरेंट्स बच्चों को स्कूल में डालकर निश्चिन्त हो जाते हैं… चिंता ही नही करते बच्चे की कि बच्चा स्कूल में किस हाल में है.. उन्हें फुरसत नहीं ऐसा बिलकुल नही करें. पैरेंट्स टीचर मीट होती है पैरेंटस जाते ही नही.. ऐसा नही करें जरुर जाएं और बच्चे की सारी रिपोर्ट ले कि कैसा चल रहा है पढाई में या दूसरी एक्टिविटी में
बेशक, आपने सारी सुख सुविधाएं दी हुई हैं आपके पास फुल्ल टाईम कुक भी है, बाई भी है और ड्राईवर भी है. पर बच्चें उनके साथ कितने सहज या असहज हैं ये सब जानना भी बहुत जरुरी है बच्चों का ख्याल रखना बहुत जरुरी है…
अपने बच्चों को अपना पूरा विश्वास, प्यार, समय और भावनात्मक सुरक्षा दें..
असल में, समाज में, बच्चों को लेकर इतना कुछ देखने सुनने को मिल रहा है कि ये बात कहने की जरुरत महसूस हुई
बच्चों की सुरक्षा का ध्यान पैरेंट्स कैसे करें – बच्चों की कैसे रखें सुरक्षा – How to be a Good Parent
Monica Gupta says
Thanks !!
Nitesh says
Hi Monica ji,
I always read your blogs.
Thanks for your info sharing.