गुस्सा करने के नुकसान बहुत हैं – एक लघु कहानी – क्या आपको बहुत गुस्सा आता है इतना गुस्सा की किसी दूसरे का गुस्सा आप अपनों पर निकालतें हैं तो जरा सोचिए … इससे बहुत नुकसान होता है और आपसी सम्बंध खराब होते हैं वो अलग …
गुस्सा करने के नुकसान बहुत हैं – एक लघु कहानी
नेट भरा पडा है गुस्से के विषय को लेकर कि गुस्सा क्यों आता है , गुस्से का इलाज , गुस्सा कैसे कम करें , गुस्सा कम करने के टोटके , गुस्सा करना गलत है , गुस्सा करने के नुकसान , क्रोध के दुष्परिणाम , क्रोध पर कहानी , क्रोध से हानि , क्रोध क्या है. क्रोध पर नियंत्रण , क्या आपको बहुत गुस्सा आता है और किसी और का गुस्सा आप भी किसी अन्य पर उतारते हैं ??
एक लघु कहानी – किसी का गुस्सा किसी दूसरे पर
एक जानकार के घर गई तो वो अपनी बेटी की खूब पिटाई कर रही थी… मेरे आने के बाद उसने बेटी को किताबे लेकर दूसरे कमरे में भेज दिया … मेरे पूछ्ने पर कि क्या हुआ तो वो बोली कि कुछ दिनों से काम वाली बाई बहुत तंग कर रही है आ नही रही … मैने कहा कि नही ये नही तुम अपनी बेटी की पिटाई किसलिए कर रही हो तो वो बोली कि हां वही तो बता रही हूं कि काम वाली बाई नही आ रही उसलिए गुस्सा आ रहा है यानि गुस्सा उस पर और उतर किसी पर रहा है …
वैसे ऐसी ही हम … गुस्सा होगा किसी का और उतारा किसी पर जाता है
मैने बहुत पहले एक कहानी लिखी थी कि school में एक टीचर बच्चों के फाईनल एग्जाम के पेपर चैक कर रही होती है और ध्यान उसका होता है अपनी सास पर और हर रोज उनसे होती लडाई पर इसलिए कर तो पेपर चैक रही थी पर बिन पढे ही किसी को 100 मे से किसी को 20 किसी को 30 नम्बर दिए जा रही थी …यानि फेल कर रही थी …अपनी सास का गुस्सा बेचारे स्टूडेंटस पर निकल रहा था.
गुस्सा करने के नुकसान बहुत हैं – एक लघु कहानी
तभी उस रुम में एक दूसरे टीचर धबराए हुए आते हैं और बताते हैं कि उन्ही की कुलीग की बिटिया ने सुसाईड कर लिया … सब हैरान … क्या हुआ ?? तभी वही टीचर कहती हैं कि इनकी बेटी तो बहुत होशियार थी… 90% से ज्यादा ही मार्क्स आते थे .. इस पर दूसरे टीचर बोले कि हर स्बजेक्ट में पूरी नम्बर थे पर एक पेपर में पता नही क्या हुआ वो फेल थी …
उसे रिचैकिंग के लिए कहा पर आजकल के बच्चे … इतने तनाव में चली गई कि उसने सोसाईड ही कर लिया … कहते हुए वो बाहर चले गए सारा स्टाफ उन्ही के घर जा रहा है … इस पर उस टीचर ने कहा कि आप जाईए वो अभी थोडी देर में आती है और उस टीचर ने सारी कॉपी दुबारा निकाली और रि चैकिंग करने लगी ताकि टीचर की गलती की वजह से कोई और बच्चा गलत कदम न उठा ले …
तो कुल मिलाकर यही कहना है कि किसी का गुस्सा किसी दूसरे पर नही निकालना चाहिए ..या तो उन्हीं से अपनी बात साफ करें और अगर ऐसा नही कर सकते तो अपना ध्यान कहीं और लगा लीजिए यानि ध्यान बांट लीजिए पर किसी का किसी कभी भी किसी दूसरे पर नही … जितना मैं आपको देख पा रही हूं आप बेहद अच्छे इंसा है और आप बारे में जरुर सोचेंगें … ना !!
गुस्सा करने के नुकसान बहुत हैं – एक लघु कहानी के बारे में आपकी क्या राय है ??
Subscribe to my channel for more videos:
https://monicagupta.info/subscribe-youtube-channel