गर्मी की छुट्टियाँ,बच्चे और होमवर्क
आज मार्किट मे स्टेशनरी वाली दुकान पर बहुत रश था… कारण था कि बच्चों के स्कूल खुलने वाले हैं और कोई कॉपी, कोई स्टेशनरी लेने आया हुआ था तो कोई प्रोजेक्टस बनवाने के लिए… वहां खडी कुछ महिलाए भी बात कर रही थी कि उन्होने अपने बेटे का अंग्रेजी का होमवर्क पूरा किया तो कोई बोल रही थी कि उसने बेटे के स्कूल होमवर्क मे मिले सारे चार्ट बनाए.. कोई दुकानदार की तरलो कर रहा था कि भईया कोई प्रोजेक्टस बना सके तो बता दो … पैसे कितने भी ले लेना … कुल मिला कर दुकान पर फुल्ल मारा मारी थी… अब बताईए कि इतनी छुट्टुटियों में न होमवर्क किया न पढाई अब स्कूल खुलते ही परीक्षाए होगीं वो अलग … घर की मम्मी या बडा भाई कितना भी होमवर्क करले जब तक बच्चे को समझ नही आएगा …
कोई फायदा नही … फिर अल्टीमेटली क्या होगा स्कूल खुलेग़ें पेरेंटस फिस टयूशन रखवाएग़ें … टयूशन वाले टीचर फिर बच्चों को guess बताएगें ताकि बच्चे के अच्छे नम्बर आ जाए और टीचर का टयूशन का धंधा अच्छा चलता रहे … पहली बात तो इतना होमवर्क ही नही देना चाहिए कि बच्चा बस कापी ही भरे … दूसरा बच्चों को अपना काम खुद करना चाहिए ताकि पाठ याद हो जाए … तीसरा आप बताईए कि आपके इस होमवर्क सिस्टम के बारे क्या विचार हैं ?
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Photo by vandalog