छोटे बच्चों की पढ़ाई को तनाव न बनाएं मदर्स – Parenting Tips in Hindi – आज मैं सिर्फ मदर्स से बात करुंगी… और मेरी रिक्वेस्ट है कि छोटे छोटे बच्चों की पढ़ाई को तनाव न बनाएं … कितने मैसेज आते हैं कि बच्चा होमवर्क नही करता, बच्चा लिखता नही , बच्चे का पढाई में मन नही लगता … इसके इलावा कुछ नही … बस पढ़ाई पढ़ाई पढ़ाई … यही चाहिए आपको …
छोटे बच्चों की पढ़ाई को तनाव न बनाएं मदर्स
कल वीडियो देखी वो शायद वायरल भी हो गई थी उसमें एक महिला अपनी बच्ची को मार कर गुस्से से पढा रही है और 5 या 6 साल की बच्ची होगी वो बुरी तरह घबराई हुई थी … जोर जोर से रो रही थी और बोल रही थी प्यार से पढाना प्यार से पढाना … उस बच्ची के अंदर इतना गुस्सा भरा हुआ था कि मेरे लिए बताना भी मुश्किल है … अगर वाकई मे ये सच थी तो बहुत गलत बात है और अगर वायरल करने के लिए इस खबर को बनाया गया तो और भी बुरी बात है …
मुद्दा सिर्फ पढाई ही है
अगर भगवान से भी मांगना हो तो यही मांगेगी कि पढ़ाई ही करे बस .. और कुछ नही … चलिए मान लीजिए भगवान आपकी इच्छा पूरी कर देते है … उसकी जिंदगी में बस पढ़ाई ही है … न खेल न कोई एक्टिविटी न कुछ … वो बोल भी नही पाता सही से … किसी से नजर मिला कर बात भी नही कर पाता … पर आपको कुछ नही चाहिए सिर्फ पढ़ाई ही चाहिए… फिर क्या करेगी … न उसे कहीं नौकरी मिलेगी न कोई पसंद करेगा और न कोई शादी के लिए आगे आएगा … अब क्या ??
एक बहुत बडा प्रश्नवाचक होगा आपके सामने … सिर्फ पढ़ाई ही सब कुछ नही है.. अगर पढ़ाई में चाहते हैं कि बच्चा मन लगाए तो उसे खेलने दें , शरारत करने दें …फिर देखिए उसका पढाई के प्रति उत्साह … फ्लेवर जिंदगी में नही होगा तो बहुत बोर लगती है.. आप बच्चे की जिंदगी को जायकेदार बनाईए … असल में तनाव वाली बात उतनी होती नही जितना हम बना लेते हैं …
मैं आपको एक बात बताती हूं … एक दिन एक टीचर ने बच्चों को कहा कि आज मैं एक टेस्ट ले रहा हूं , surprise test… students घबरा गए… कुछ किताबों के पन्ने पलटने लगे तो कुछ सर के दिए notes जल्दी-जल्दी पढने लगे ।
कोई फायदा नही … “ये सब कुछ काम नहीं आएगा….”, और मुस्कुराते हुए बोले, “मैं Question paper आप सबके सामने रख रहा हूँ, जब सारे पेपर बट जाएं तभी आप उसे पलट कर देखिएगा” पेपर बाँट दिए गए ।“ठीक है ! अब आप पेपर देख सकते हैं, प्रोफेसर ने निर्देश दिया ।अगले ही पल सभी Question paper को निहार रहे थे, पर ये क्या ? इसमें तो कोई प्रश्न ही नहीं था… था तो सिर्फ वाइट पेपर पर एक ब्लैक स्पॉट!ये क्या सर ? सफेद कागज पर एक ब्लैक स्पाट था … इसमें तो कोई question ही नहीं है,
एक छात्र खड़ा होकर बोला ।प्रोफ़ेसर बोले, “जो कुछ भी है आपके सामने है । आपको बस इसी को एक्सप्लेन करना है… और इस काम के लिए आपके पास सिर्फ 10 मिनट हैं…चलिए शुरू हो जाइए…”स्टूडेंट्स के पास कोई चारा नहीं था…वे अपने-अपने answer लिखने लगे समय ख़त्म हुआ, प्रोफेसर ने answer sheets collect की और बारी-बारी से उन्हें पढने लगे ।लगभग सभी ने ब्लैक स्पॉट को अपनी-अपनी तरह से समझाने की कोशिश की थी, लेकिन किसी ने भी उस स्पॉट के चारों ओर मौजूद white space के बारे में बात नहीं की थी ।प्रोफ़ेसर गंभीर होते हुए बोले, “इस टेस्ट का आपके academics से कोई लेना-देना नहीं है और ना ही मैं इसके कोई मार्क्स देने वाला हूँ….
इस टेस्ट के पीछे मेरा एक ही मकसद है । मैं आपको जीवन की एक अद्भुत सच्चाई बताना चाहता हूँ…देखिये… इस पूरे पेपर का 99% हिस्सा सफ़ेद है…लेकिन आप में से किसी ने भी इसके बारे में नहीं लिखा और अपना 100% answer सिर्फ उस एक चीज को explain करने में लगा दिया जो मात्र 1% है… और यही बात हमारे life में भी देखने को मिलती है… समस्याएं हमारे जीवन का एक छोटा सा हिस्सा होती हैं, लेकिन हम अपना पूरा ध्यान इन्ही पर लगा देते हैं…
होमवर्क बच्चे की पढाई अगर टेंशन हटा कर सोचेगें तो समझ भी आ जाएगी और हल भी निकल जाएगा .. हम बच्चे की पढाई को लेकर रोते हैं ये नही सोचते हमारे पास बच्चा है बहुत लोगो के पास तो वो भी नही … हमें भगवान ने पढा लिखा बनाया है ना जाने कितने अनगिनत लोग अनपढ रह जाते हैं जरा नजर उस सफेद पेपर भी डालेंगें तो बहुत कुछ नजर आएगा … जरुरत है टेंशन से बाहर निकलने की
जरुरत है आराम से पैशेंस रख कर प्यार से पढाईए … बच्चे में इंटर्स्ट बनाईए … किसी भी तरह … आप बच्चे को बेहतर जानती हैं ... पढाना एक पेचीदा काम है। इसमें महारत हासिल करने के लिए काफी वक्त और मेहनत लगती है।
पर आप कर सकती हैं … वो इसलिए कि बच्चे को मार कर आप खुश नही होती … इसलिए बातईएगा कि आपने बच्चे के सथ किस तरह हैंडल किया .. असल में कई बार परेशानी या तनाव उतना बढा नही होता जितना हम बना लेते हैं