दही हांडी खेल एडवेंचर स्पोर्ट
किसी ऎडवेंचर स्पोर्ट से कम नही है दही हांडी फोडने का खेल और हमारे स्किल्ड भारतीय इसे बहुत शान से करते हैं पर अफसोस इसी एडवेंचर का शिकार अनगिनत गोविंदा भी बन रहे हैं.सन 2008 में दही हांडी में सात आठ स्तर तक पहुंचने वाले दयानंद आज जमीन पर बिना सहारे भी नही चल पाते. दही हांडी तोड़ते समय दयानंद सांतवें स्तर पर थे कि अचानक किसी का संतुलन बिगड़ गया और पूरी की पूरी मंडली ज़मीन पर आ गिरी. इस हादसे में दयानंद की रीढ़ की हड्डी में चोट आयी और वह हमेशा के लिए विकलांग हो गए. ऐसे अनगिनत दयानंद हैं जोकि जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो चुके हैं. ऐसे खेल का क्या फायदा !! हालाकि मटके फोड खेल के गोविंदाओं पर 18 साल की उम्र होने की पाबंदी, हांडी की ऊंचाई 20 फ़ीट तक सीमित रखने और सुरक्षा उपकरण इस्तेमाल करने की बात कही है पर फिर भी लाईव टेलिकास्ट के दौरान ऐसा देखने को मिल नही रहा है … !!
दही हांडी खेल एडवेंचर स्पोर्ट या दही हांडी खेल बनाम एडवेंचर स्पोर्ट क्या कहा जाए इसे ….
BBC
बीबीसी से बातचीत में दयानंद ने कहा, “दही हांडी बहुत अच्छा उत्सव है. लेकिन इसे कुछ नियम तथा सुरक्षा के साथ मनाना बेहद ज़रूरी है.”
उन्होंने कहा, “मुंबई उच्च न्यायालय ने इस बारे में जो आदेश दिया है वह सराहनीय है. मैं इसका स्वागत करता हूं. यह पहले किया जाना चाहिए था. मैं सिर्फ़ इतना चाहता हूं कि जो दुख और यातनाएं मैंने सही है वह किसी और के नसीब में न आए.”
हादसों के बाद इन युवाओं के साथ-साथ उनके परिवार भी आहत हुए हैं.
दयानंद ने कहा, “जब कोई गोविंदा दही हांडी में घायल होता है या जान गवांता है तो इस व्यक्ति का पूरा परिवार प्रभावित होता है. इन हादसों के बाद की ज़िंदगी नर्क से भी बदतर हो जाती है,”.
उन्होंने सभी गोविंदाओं से उत्सव के दौरान पूरी सावधानी बरतने की अपील की.
मुंबई से सटे भिवंडी के रहने वाले नागेश भोईर साल 2009 में दही हांडी में घायल हुए थे. वह आज तक बिस्तर पर हैं.
उन्होंने कहा, “दही हांडी मूलतः बच्चों का खेल है. भगवान श्रीकृष्ण के बचपन की शरारतों में से एक दही हांडी है. इसमें बच्चों का शरीक होना स्वाभाविक है लेकिन उनकी सुरक्षा सर्वोपरि है.”
गुणीजन कहते हैं, “मुंबई, ठाणे और नवी मुंबई इलाक़े में जितने भी लोग गोविंदाओं का मार्गदर्शन करते हैं, वे सब बच्चों की सुरक्षा के प्रति बेहद सजग होते हैं. उनके अभिभावक बड़े विश्वास के साथ बच्चों को हमें सौंपते हैं, तब उनकी सुरक्षा हमारी ज़िम्मेदारी बन जाती है.” Via bbc.com
Dahi Handi Govinda insurance now in trend – Navbharat Times
सर्वाधिक इश्योरेंस कराने वाली ‘ओरियंटल इश्योरेंस कंपनी’ ने 55,908 गोविंदाओं का बीमा दर्ज किया है। इसमें विविध इलाकों के कुल 943 जन्माष्टमी मंडल शामिल हैं। दही हांडी मंडलों का इंश्योरेंस कराने वाली बीमा कंपनियां और भी हैं। इनके आंकड़े जोड़ने पर बीमे की सुरक्षा वाले गोविंदाओं की संख्या लाख पार करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। Read more…
ऐसे में या तो दही हांडी खेल एडवेंचर स्पोर्टबंद होना चाहिए या आयोजको को इस बात पर ध्यान देना होगा अन्यथा … वैसे देखा जाए तो ये बालपन की शरारत ही तो थी बाल गोपाल की पर अगर इससे किसी के शरीर को हानि पहुंचे तो बेहद दुखद ….