ऑनलाइन दोस्ती ऑफ तो नही कर रही – online dosti – सोशल मीडिया का जमाना है और हम पूरा दिन इसी में लगे रहते हैं और चैटिंग में जुटे रहते हैं बिन जाने की कौन सही है और कौन गलत
ऑनलाइन दोस्ती ऑफ तो नही कर रही
कई बार कंफ्यूजन हो जाता है समझ नही आता कि ये सही हो रहा है या गलत … चलिए आप ही बताईए हुआ ये कि कल मैं अपनी एक जानकार के घर गई .
वो अपना फेसबुक दिखाने लगी और ये भी दिखाने लगी कि उसके कितने दोस्त है देखते ही देखते उसके पास दो फ्रेंड रिक्वेस्ट आई … और वो जो रिक्वेस्ट थी उसमे चेहरा भी खुद का नही था और न ही कोई अपने बारे में बताया हुआ था … उन्होने उसे हैलो और एक दो मैसेज किए कि आप बहुत खूबसूरत है … और आपको रिक्वेस्ट भेजी है … उसने तुरंत ले ली …
और बताने लगी कि ऐसे उसके बहुत सारे दोस्त है … इतने मे बाहर door bell हुई … मुझे भी देर हो रही थी तो मैं भी बाहर उसी के साथ चली गई … देखा एक महिला खडी हैं बोली कि हम नए आए है आपके पीछे वाला ही घर है …
यहां दिल्ली से बदली होकर … हमारी कामवाली बाई ने आपके बारे में बताया तो सोचा कि आपसे मिल लूं .. इस पर उसने उस महिला को अंदर आने को भी नही बोला और बाहर से एक जबरदस्ती वाली स्माईल देकर टरका दिया …
उस महिला के जाने के बाद बोली कि न जान न पहचान ऐसे कैसे घर के अंदर आने दूं … तभी उसके मोबाईल में मैसेज आए .. और वो खुश हो गई बोली ये जो नए दोस्त बने हैं वीडियो भेजी है उन्होने ..
वो उन्हें देखने लगी और मैं चुपचाप बाय बोल कर निकल आई … जिन को हम जानते नही … उनसे दोस्ती बनाए जा रहे हैं और जो सामने खडे हैं …
सोच रही थी कि हम कितना बदल गए हैं कभी हम भारतीयों की पहचान यही होती थी कि घर आए मेहमान का स्वागत करते थे फेसबुक पर अनजाने लोगो से कितना जल्दी धुलमिल जाते हैं पर पर जो हमारे घर के नजदीक रहते हैं उन्हें हम जानना तक नही चाह्ते … ये कितना सही या गलत है
यही कंफ्यूजन है बस … आप बताईएगा ..
दोस्ती चैट