Importance of Relationships – रिश्तों की महत्ता – Importance of Relationships in Our Life – Monica Gupta – कुछ रिश्ते बहुत नाजुक होते हैं और हमें इन्हें बहुत समझदारी से निभाना चाहिए… कई बार हम इनका मूल्य नही समझ पाते और हमेशा के लिए खो देते हैं…
Importance of Relationships – रिश्तों की महत्ता – Importance of Relationships in Our Life –
कल फोन पर एक जानकार ने बताया कि उसकी बेटी अब अपने पति के साथ नही रहेगी क्योकि उसकी सास भी साथ रहने आ गई है और वो उनके साथ नही रहना चाहती…
ये बात सुनकर बहुत महसूस हुआ और अचानक मुझे एक बहुत साल पहले अपनी लिखी एक कहानी याद आ गई.. तब भी कुछ ऐसा ही हुआ था और उस बात ने मन में इतनी हलचल मचा दी थी कि मैंने उसे कहानी का रुप दे दिया था..
वो आज मैं आपसे शेयर कर रही हूं ये कहानी आईना बहुत साल पहले दैनिक भास्कर में प्रकाशित हुई थी.….
Importance of Relationships
कहानी है 55 साल की रेखा की..
आप कल्पना कीजिए रेखा के बेटे की हाल ही में नौकरी लगी है और उसी आफिस में काम करने वाली एक प्यारी सी लडकी नेहा से मिलवाने लाया है…
रेखा को भी वो बहुत पसंद आई और दोनों को ड्राईंग रुम में बैठा कर वो चाय बनाने रसोई में चली जाती है… चाय का पानी रखती है और चाय की पत्ती डालने ही वाली होती है तभी बाहर कमरे से दोनो की कुछ बात सुनती है और सन्न सी खडी रह जाती है और 25 साल पहले flash back में चली जाती है…
जब उस का बेटा 5 साल का था… वो यानि रेखा बहुत अच्छी फर्म में नौकरी करती थी रेखा का पति चाहता था कि वो नौकरी के साथ-साथ माँ की सेवा भी करे, उनका ख्याल रखे पर रेखा का ईगो आड़े आ गयाऔर वो अपने पति से लड़-झगड़कर बेटे के साथ अपने ऑफिस के नए फ्लैट में रहने लगी
उसका पति जब अपनी मां के साथ उसे जब मनाने आया कि वापिस चलो तो उसने ने साफ तौर पर कह दिया था कि वोसास के साथ नहीं रह सकती। रेखा का पति माँ को छोड़ नहीं सकता था, क्योंकि बचपन में ही पिता कीमृत्यु के बाद उसकी माँ ने ही उसे पाल-पोस कर इस लायक बनाया था।
वो लौट गए, पर उसकी सास जाते-जाते बोली कि उनके घर के दरवाजे हमेशा खुले थे… खुले हैं… और रहेंगे…. वो कभी भीवापस आ सकती है। रेखा को याद है कि तब उसने गुस्से में दरवाजा कितनी जोर से बंद किया था।
30 साल बाद फिर एक बात दोहराई जा रही थी। चाय बनाते-बनाते रेखा ने सुना कि दोनो आपस में बात कर रहे थे और वो प्यारी सी लडकी खूबसूरत सी लडकी नेहा उसके बेटे को बोल रही थी कि हम मां को अपने साथ ही रखेगे… बहुत लक्की होते हैं वो परिवार जिनके सिर पर उनके बडे बुजुर्गो का आशीर्वाद होता है..
मुझे खुशी होगी अपनी सास की सेवा करके… बहुत सौभाग्य की बात है। अचानक रेखा की तंद्रा टूटी और उसने देखा कि बरतन में चाय का पानी तो कब का भाप बनकर उड़ गया है…।
उसने फटाफट दुबारा पानी डाला और चाय बनाने लगी।सच, आज उसके घमंड का आईना चकनाचूर हो गया था। जाने-अनजाने 30 साल बाद वो अपने उसी घर लौटना चाह रही थी, जिसके दरवाजे उसने खुद ही बंद किए थे…
Importance of Relationships – रिश्तों की महत्ता – Importance of Relationships in Our Life – Monica Gupta