(गूगल सर्च से साभार तस्वीर )
लालू केजरीवाल का गले मिलना
आज नीतीश बाबू के शपथ ग्रहण समारोह पर सभी की नजरें थी. एक इसलिए कि लालू जी के पुत्रों को क्या क्या विभाग मिलेगा दूसरा अरविंद केजरीवाल और राहुल बाबा भी आ रहे हैं इनका आमना सामना तो यकीनन होगा और होगा तो कैसे होगा हाथ मिलाएगें या दिल मिलाएगें आदि आदि .. शपथ के दौरान अपेक्षा उपेक्षा वाली बात तो अचानक ही उभर कर आ गई और तेज प्रताप ने सारा मीडिया का ध्यान अपनी और खिंच लिया. वही लालू जी और अरविंद जी के मिलने को मीडिया ने खूब हवा दी. जो भी कोई ये वीडियों देखे भले ही वो बच्चा ही क्यो न हो समझ सकता है लालू जी ने अरविंद जी के कन्धे को थपथपाया और जब उन्होने मुड कर देखा तो लालू यादव ने पहल की और फिर हाथ पकड कर हाथ भी उठवाया. ये तो कोई भी देख समझ सकता है. अरविंद जी भी इतना तो सोच कर ही समारोह मे शामिल हुए होंगें कि ऐसा कुछ हो सकता है. सीधी सी बात है या तो वो समारोह में जाते ही नही वैसे नही जाते तो भी हमारी मीडिया बात का बतंगड बनाती . पर वो गए और इस बात से भी नकारा नही जा सकता कि पहल लालू जी ने की और अरविंद जी को उनका अभिवादन स्वीकारना पडा. वही चैनल पर एक बहस के दौरान आमंत्रित सभी मेहमानो ने भी यह बोला कि शपथ ग्रहण समारोह एक त्योहार की तरह होता है और सभी एक दूसरे से मिलते है देख कर मुस्कुराते है जबकि मीडिया चिल्ला चिल्ला कर अपना अलग ही राग अलापे जा रहा है वाह मीडिया वाह !!! आपसे ऐसी उपेक्षा नही थी.
वैसे मैं आपको यह भी बता दूं कि ना मैं लालू जी की समर्थक हूं और ही केजरीवाल जी की.. सच की समर्थक हूं मीडिया का बार बार गलत बोलना सही नही लगा इसलिए लिख डाला. बिना देखे भाले बस भेड चाल हो रही है और सोशल मीडिया पर भी खूब मजाक बन रहा है… !!! अजीब ही बात है !!!
लालू केजरीवाल का गले मिलना