प्रेम –ए -फेसबुक …(व्यंग्य) बहुत हैरानी की बात है पर आज की सच्चाई है. मै खुद हैरान हूँ कि आखिर ये सब हुआ कैसे.असल मैं आपसे क्या छिपाना. पिछले काफी समय से मैं फेसबुक पर ज्यादा समय लगाने लगा हूँ(ऐसा मै नही, मेरे परिवार वाले कहते हैं)सब दुखी थे.बेगम साहिबा का मुहँ तो गुब्बारे ही […]
नारी शक्ति पर कविता – आज की भारतीय नारी
नारी शक्ति पर कविता – आज की भारतीय नारी- mahila diwas – आज की नारी अबला नही सबला है. हम भारतीय नारियों की तो बात ही अलग है … ढेरो परेशानियों के बावजूद भी हमेशा सकारात्मक सोच रखती हुई आगे बढती जाती हैं और अपनी बात कुछ इस तरह से कह जाती है नारी शक्ति पर […]
Mission Target
Mission Target Target को पूरा करने के लिए ना जाने क्या क्या नही करना पडता, अस्तपाल मे आपरेशन इसलिए होते हैं कि टारगेट पूरे करने है बेशक टारगेट के चक्कर में कितनी ही मौतें न हो जाए. अब इन महाशय को देखिए चोर भी अपना टारगेट पूरा करने की फिराक में है. और तो और […]
अर्थ दिवस पर अनर्थ
आज यानि अर्थ दिवस पर अनर्थ हो गया. पर राजनेता क्या इस अर्थ से सबक ले पाएगें या हमेशा की तरह अर्थ हीन राजनीति ही होती रहेगी जंतर मंतर पर आज, किसान रैली में, राजस्थान के किसान गजेन्द्र सिंह राजपूत ने पेड़ पर चढ़कर आत्महत्या कर ली . सारा मीडिया वहां था और देखते […]
आईए बहस करें
आईए बहस करें तो जनाब !!! आईए बहस करें! क्या ? मुद्दा क्या है ? देखिए ये तो बिल्कुल ही गलत बात है . आज के समय मे भी मुझे बहस का मुद्दा बताने की जरुरत है क्या. आज हर टीवी चैनल,हर चौपाल,हर गली हर होटल हर नुक्कड पर एक ही बहस चल रही है […]
Match Fixing
Match Fixing मैने भी की मैच फिक्सिंग (व्यंग्य) क्षमा करें !!! पर माथे पर इतने बल डालने की आवश्यकता नही. मैने कोई गुनाह या कोई डाका नही डाला कि आप मैच फिक्स के नाम से इतना तुनक रहे हैं. अब समाज मे रहते हैं तो जरुरते भी होती है. कुछ काम ऐसे भी होते […]
समाचार पत्र के बारें में – एक व्यंग्य
समाचार पत्र के बारें में – एक व्यंग्य – akhbar अखबार , news paper यानि समाचार पत्र की भूमिका नेट का जमाना होते हुए भी आज भी बहुत ज्यादा है. समाचार पत्र के बारें में – एक व्यंग्य आज के दौर में भी अखबार छप रहा है और लोग उसे चाव से पढ रहे हैं […]
साक्षरता दिवस
अथ श्री साक्षरता दिवसाय नम: चलो जी, हर साल की तरह इस साल भी आ गया साक्षरता दिवस. मन मे एक अलग सा ही उत्साह था कि देखते है कि इस साल के आंकडे क्या कहते है यानि क्या हमनें साक्षरता को लेकर सोपान चढी है या …. !!!! खैर चैनल लगाया तो अंट शंट […]
Intuition in our life
Intuition in our life पूर्वाभास और हमारी जिंदगी …!!! हमारी जिंदगी मे यदा कदा Intuition या दूसरे शब्दो मे कहे पूर्वाभास होना अक्सर सुनने को मिल जाता है.जैसाकि अरे !! मुझे तो पहले ही पता चल गया था कि कुछ ना कुछ जरुर होने वाला है, या आखं फडकने को लेकर भी ऐसा अनुमान […]
किसान रैली
किसान रैली बरसात क्या आई मानों किसानों की जिंदगी मॆ ग्रहण सा लग गया. फसले तबाह हो गई और किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो गए. लेकिन नेता अपनी अपनी पार्टी का राग आलाप रहे हैं कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस तो कभी आप पार्टी स्वयं को किसान का हितैषी बता रहे हैं पर उनका […]
- « Previous Page
- 1
- …
- 209
- 210
- 211
- 212
- 213
- …
- 235
- Next Page »