Marriage and Girls पिछ्ले साल इन्ही दिनो की बात है . हमारे एक परिचित की बहन कनु(परिवर्तित नाम) की शादी थी.कनु से मैं भी कई बार मिली थी.वर और वधू दोनो बहुत पैसे वाले थे और दिल खोल कर रुपया लगाया गया. कुछ महीने पहले कनु मुझे मार्किट मे मिली पर उसने मुझे अनदेखा कर […]
बच्चे और पिटाई
बच्चे और पिटाई कृप्या कमजोर दिल इसे ना पढे …!!! एक समय था जब हम बहुत गर्व से लोगो को बताते थे कि अगर बचपन मे मास्टर जी ने ना पीटा होता तो हम वो नही बन सकते थे जो आज हैं. उस समय का डर और खौफ अलग ही था. यह बात उस समय […]
एफडीआई
एफडीआई एफडीआई को लोक सभा मे मंजूरी मिल गई. लोकसभा देखते हुए दो दिन बहुत गहमा गहमी मे बीते. सुषमा जी, लालू जी, कपिल साहब आदि के विचारो से रुबरु होकर एफडीआई के नफे नुकसान को बहुत गहराई से जाना. मजेदार या हैरानी की बात तो यह भी हुई कि हर घर मे भी यही बहस […]
समय ही नही मिलता
some cover pages of my books समय ही नही मिलता मेरी लिखी कुछ किताबों के आवरण यानि कवर पेज .. किताबों के नाम हैं समय ही नही मिलता, काकी कहे कहानी, स्वच्छता एक अहसास, मैं हूं मणि, अब तक 35 लेखिका मोनिका गुप्ता
उलझन
उलझन कई बार हमारे सामने कुछ ऐसी उलझन आ जाती है जो उलझा कर रख देती है दिमाग विचार शून्य हो जाता है और कुछ समझ नही आता. एक ऐसी ही उलझन सुनने को मिली… रवि(परिवर्तित नाम) अपने मम्मी पापा का इकलौता बेटा है और अक्सर अपने पापा के साथ उनकी करियाना की दुकान सम्भालता. […]
एक प्रदर्शिनि ऐसी भी… !!!
एक प्रदर्शिनि ऐसी भी… !!! मुश्किलो से भाग जाना आसान होता है, क्योकि हर पल जिंदगी मे इम्तेहान होता है, डरने वालो को कुछ नही मिलता, लडने वालो के कदमो मे सारा जहान होता है…. यह यह पक्तियां अनायास सी मन मे नही आई बल्कि कुछ ऐसे लोगो से मिल कर महसूस हुई जिनके हौसलों के […]
Monica Gupta
Monica Gupta मोनिका गुप्ता लेखिका, कार्टूनिस्ट, पत्रकार तथा समाज सेविका हैं. ये हरियाणा के सिरसा मे रहती हैं और लेखन मे लगभग 23 सालों से हैं. राष्ट्रीय समाचार पत्र-पत्रिकाओ के साथ-साथ लोटपोट, चंपक, बालहंस, बालभारती, नैशनल बुक ट्र्स्ट की न्यूज़ बुलेटिन आदि मे इनके लेख, कहानी एवं प्रेरक प्रसंग नियमित रूप से छपते रहते हैं. […]
फेसबुक
फेसबुक पिछ्ले हफ्ते एक फेसबुक मित्र फेसबुक से गायब थी. असल मे, वो पूरे दिन आन लाईन रहती और अक्सर मेरे लिखे पर कमेंट या लाईक जरुर करती थी. अपनी न्यूज फीड पर वो हमेशा ईमानदारी और सच्चाई की बहुत बाते और उदाहरण दिया करती थी. जब वो हफ्ते भर से नही आई तो […]
कैसे कैसे समाज सेवी
कैसे कैसे समाज सेवी पिछ्ले दिनो कुछ समाज सेवियों से वास्ता पडा. आप सोच रहे होंगे कि ये वास्ता शब्द किसलिए इस्तेमाल किया.तो ज्यादा हैरान या परेशान होने की जरुरत नही. सुनिए! एक महाशय बस या ट्रेन मे सफर करना पसंद करते है और अपनी यात्रा के दौरान लोगो को बिस्कुट चाय इत्यादि भी देते […]
Cartoon
Cartoon दैनिक जागरण में समय समय पर मुद्दा के तहत मेरे बनाए कार्टून प्रकाशित होते रहे…मुद्दा का विषय है सपने स्वर्ग के सुविधाए नरक जैसी !!