काश मैं अध्यापक होता वैसे बचपन से सपने सभी देखते हैं कि मै बडा होकर ये बनूगां या वो बनूगां. तो जनाब, मेरा भी बचपन से सपना था कि काश मैं अध्यापक बनूं इसलिए नही कि मै पढने मे बहुत होशियार था. असल मे, आप से क्या छुपाना. मैंं पढाई मे बहुत कमजोर था पर दिक्कत […]
आईए बहस करें
आईए बहस करें तो जनाब !!! आईए बहस करें! क्या ? मुद्दा क्या है ? देखिए ये तो बिल्कुल ही गलत बात है . आज के समय मे भी मुझे बहस का मुद्दा बताने की जरुरत है क्या. आज हर टीवी चैनल,हर चौपाल,हर गली हर होटल हर नुक्कड पर एक ही बहस चल रही है […]
साक्षरता दिवस
अथ श्री साक्षरता दिवसाय नम: चलो जी, हर साल की तरह इस साल भी आ गया साक्षरता दिवस. मन मे एक अलग सा ही उत्साह था कि देखते है कि इस साल के आंकडे क्या कहते है यानि क्या हमनें साक्षरता को लेकर सोपान चढी है या …. !!!! खैर चैनल लगाया तो अंट शंट […]
कैसे कैसे समाज सेवी
कैसे कैसे समाज सेवी पिछ्ले दिनो कुछ समाज सेवियों से वास्ता पडा. आप सोच रहे होंगे कि ये वास्ता शब्द किसलिए इस्तेमाल किया.तो ज्यादा हैरान या परेशान होने की जरुरत नही. सुनिए! एक महाशय बस या ट्रेन मे सफर करना पसंद करते है और अपनी यात्रा के दौरान लोगो को बिस्कुट चाय इत्यादि भी देते […]