चुनाव
आमतौर पर हम चाह्ते हैं कि हमारे पास कोई जादुई चिराग हो और हम उससे जो भी मांगें वो हमे दे… पर ये इच्छा तब पल्टी मार जाती है जब चुनाव नजदीक होते है क्योकि हम लोगो की मानसिकता यही होती है कि चुनाव के समय उम्मीदवार का ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाया जाए वही उम्मीदवार भी वोट की चाह मे जनता जनार्दन को खुश करने मे ही जुटा रहता है.
यह कार्टून भी यही कुछ दिखा रहा है क्योकि अब चुनाव आ गए हैं और जिन्न की कोई जरुरत नही … अब तो उम्मीदवार ही जिन्न की भूमिका निभाएगें … हम्बै 🙂
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