छुट्टियों की न करें छुट्टी ..
छुट्टी का नाम लेते ही चेहरे पर एक अजीब सी मुस्कान आ जाती है और अगर यही छुट्टियाँ महीने की हो तो.. बस फिर तो कहना ही क्या. अब गर्मी आ गई है और ये लाई है ढेर सारी छुट्टियाँ .
पूरी मौज मस्ती, आराम, नेट, पिक्च्चर,फोन, मोबाईल, मैसेज, दोस्त और भी ना जाने क्या क्या.
छुट्टियों की न करें छुट्टी
सच बात है, पर इस बात मे भी कोई दो राय नही कि जहाँ छुट्टियो मे बच्चो के चेहरे खुशी से चमक जाते हैं वही दूसरी ओर घर मे मम्मी का तनाव भी थोडा सा बढ जाता है.खासकर उनका जो गृहणी हैं क्योकि अपनी दिनचर्या मे तो वो सुबह बच्चो, बडो को स्कूल,कालिज और दफ्तर भेज कर कुछ पल अपने भी आराम के निकाल लेती थी टीवी देख लिया,फोन पर गप्पे लगा ली पर अब चौबीसो धंटे की धमा चौकडी मे आराम कहाँ.
छुट्टियो मे, बच्चो का एक छ्त्र राज हो जाता है. सुबह उठने का समय अजी मतलब ही नही कि समय पर उठ जाए और नाश्ता ले लें. 10 बजे तक तो सोना ही होता है जिसकी वजह से घर मे ना सफाई ढंग से हो पाती है और ना ही झाड पोछ और घर बिखरा बिखरा सा ही लगता है ऐसे मे मम्मी लोग का पारा चढना स्वाभाविक ही होता है. नाश्ते का समय सही नही हुआ तो लंच के समय की भी छुट्टी हुई समझो. और फिर उपर से बच्चो की फरमाईश कि ये खाना है वो खाना है यहाँ जाना है वहाँ जाना है. फिर बच्चो के दोस्त भी कम नही होते और अगर छुट्टियो मे मेहमान ना आए तो छुट्टी लगती ही नही. उफ …!!!!
और एक बात कि अगर घर मे एक बच्चे की छुट्टी हो और दूसरे बडे बच्चे की परीक्षा चल रही हो तो एक मस्ती और दूसरा pin drop silence चाहता है ऐसे मे आप सोच सकते है कि घर मे जबरदस्त तनाव का माहौल बन जाता है.
ऐसे मे आप छुट्टी की छुट्टी ना होने दें यानि घर पर अपने बडे से या मम्मी लोग से पूरा सहयोग करके चले. धमाल,हल्ला गुल्ला शोर शराबा सब करें पर limit मे रह कर ही करें ना करने पर आपको सुबह सुबह से ही जो डांट पडनी शुरु होगी तो सारा दिन आपका भी कोप भवन मे बीतेगा और सभी सदस्यो को भी तनाव झेलना पड सकता है.
सभी का मूड off हो जाए तो वाकई मे छुट्टी की छुट्टी ना हो जाए घर पर कहना मान कर मिलजुल कर रहना पडेगा. मेहमान के आने पर बजाय खुद भी बैठ कर आर्डर करने के घर मे मदद करवाए .कभी मम्मी के लिए खुद उठ कर कुछ काम करे. और समय मिलने पर आराम से बैठ कर उनकी मदद ले ताकि आपका होमवर्क समय पर पूरा हो सके.
सबसे ज्यादा जरुरी बात ये है कि छुट्टियो मे summer camp या कोई भी hobby class join करें अपनी छुट्टी को व्यर्थ ना जाने दें. कुछ ना कुछ रचनात्मक जरुर ही करें.
अब आप यही कहेगे कि इतनी मुश्किल से तो छुट्टियाँ मिली है तो इसमे भी काम. पर यह काम आपकी आगे आने वाली जिंदगी मे बहुत काम आएगा इस बात का तो पक्का यकीन है और कौन सा आपको पूरा दिन ही उस काम मे लगे रहना है मुश्किल से एक या दो धंटे का होगा उस के बाद तो पूरा दिन आपका है आप जैसा चाहे उस का फायदा उठाए और अगर बिलकुल भी कुछ करने का मन नही है तो भी एक अच्छे बच्चे की तरह घर पर रहे या जहाँ भी रहने जाए वहाँ इतनी अच्छी प्रकार से रहे कि सभी आपके वापिस जाने के बाद आपको याद करे ना कि कन्नी काटे.
यकीनन काम मुशकिल जरुर है पर नामुमकिन नही है अगर आप प्यार देगे तो आपको प्यार ही मिलेगा वो भी ढेर सारा. इसलिए छुट्टियो मे खूब सारा enjoy करें और छुट्टी की छुट्टी ना होने दें.
जाते जाते एक चुटकुला …
एक बच्चा मच्छर उडना सीख रहा था. जब पहली बार उडा और लोगो के बीच मे पहुचां तो बहुत खुश हुआ और वापिस आकर अपने मम्मी पापा को बताया कि लोग तो मुझसे बहुत खुश हैं. मै जहाँ भी गया उन्होने मेरा स्वागत तालियाँ बजाकर कर किया ….
छुट्टियों की न करें छुट्टी