छुट्टी की छुट्टी
छुट्टी किसे अच्छी नही लगती. शनिवार आते ही मन मे अजीब सी खुशी घर कर जाती है कि अब रविवार आएगा और बस आराम ही आराम …. !!! ठहरिए!!! अगर आप भी ऐसा सोचते है तो जरा रुकिए क्योकि हर घर मे कोई ना कोई प्राणी ऐसा होता है जिसे छुट्टी कतई पसंद नही. पिछ्ले दिनो जब बहुत छुट्टियां आई तो कुछ हाउस वाईफ से बात हुई. असल मे, वो छुट्टी को लेकर बेहद नाखुश रहती है.
छुट्टी की छुट्टी
सोमवार से शनिवार एक अनुशासन मे जिंदगी चलती है कि इतने बजे जाना है और इतने बजे वापिस लौटना है पर छुट्टी वाले दिन तो इतनी हाय तौबा मचती है कि dont ask!!!. ना सुबह रजाई छोडने का समय, ना नाश्ता करने का और नहाने धोना तो गया पानी लेने !!!
छुट्टी की छुट्टी
कुल मिला कर एक छुट्टी मे घर का इतना बुरा हाल हो जाता है कि काम वाली बाई भी आधी अधूरी सफाई करके खिसक लेती है. और बच्चे तो बच्चे बडे लोग भी कम्प्यूटर, टीवी, मोबाईल मे बस जुटे ही रहते है और बेचारी गृहणियो का काम दस गुणा बढ जाता है !!!
अब अगर श्रीमति जी की भ्रृकुटि जरा तनी हुई है तो जरा सम्भल कर !!! वैसे इस क्षेत्र मे अपवाद भी होते हैं 🙂 तो क्या सोचा !!!
छुट्टी की छुट्टी कैसी रही आपकी !!!
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