फैसबुक टैग कुछ देर पहले फेसबुक चैक किया खुशी का ठिकाना नही रहा जब देखा कि 30 मोटिफिकेशन आई हुई थी. जल्दबाजी में फेसबुक खोलना चाहा पर शायद नेट वर्क स्लो था. सोच रही थी कि ना जाने किस पोस्ट पर क्या क्या कमेंट आए होंगे… खैर कुछ देर बाद नेट चला और फेसबुक खोला तो मेरी पोस्ट पर कोई कमेंट नही था अलबत्ता जिस महाशय ने 50 लोगो के साथ मुझे भी टैग किया हुआ था उन्ही में बात चीत चल रही थी. हे भगवान !!!
बेशक, फेसबुक दिन-दिन हमारी दिनचर्या का एक अभिन्न हिस्सा बनता जा रहा है।हम लोग हमेशा अपने दोस्तों तथा नाते-रिश्तेदारों के सम्पर्क में रहना चाहते हैं। इसके लिए वे हमेशा कुछ न कुछ शेयर करते रहते हैं। कई खास मौकों पर लोग फोटो भी शेयर करते हैं और फोटो शेयर करते वक्त कई लोग दोस्तों को फोटो के साथ टैग कर देते हैं। अरे भई हमे क्यो बकरा बनाते हो … हमे बक्शो…
यहाँ तक तो ठीक है, लेकिन कई बार लोग ऐसी फोटो अपलोड करके हमें टैग कर देते हैं जो हमें बिल्कुल पसंद नहीं होते। कई बार तो एक ही साथ पचास पचास लोगों को टैग कर देये हैं अब उन्हें अनटैग करें तो मुसीबत न करे तो उनकी सारी पोस्ट झेलनी पडती है … उन्हे बहुत बार समझाया भी जाता है पर उनके कानों पर से जूं तक नही रेंगती … ऐसे मे कई बार मन करता है कि टैग करने वालो को तो फांसी ही दे देनी चाहिए…
कुछ उनकी भी सुनें ….
द टैगकर्ता- ये फेसबुक पर पायी जाने वाली सबसे खतरनाक किस्म की प्रजाति है. ये फेसबुक पर पोस्ट-वोस्ट नहीं लिखते. बस हर दिन सौ-पचास फोटो अपलोड करते हैं- फूल, नदी, जानवर, सेलेब्रिटी, देवी-देवता, उपदेश इत्यादि की. गूगल इमेज सर्च को ये दुनिया के लिए वरदान मानते हैं. ये बड़े भोले किस्म के जीव होते हैं. ये हर फोटो में सौ-पचास लोगों को टैग करते हैं. इनको लगता है कि जो महान और ख़ूबसूरत फोटो इन्होने अपलोड की है उसे सबको दिखाना इनका कर्तव्य है. अब लोग लापरवाह हैं, कहीं भूल जाएँ देखना; तो इसलिए ये उनको टैग कर देते हैं. कभी-कभी तो ये अपनी पासपोर्ट साइज़ फोटो में सौ-दो सौ लोगों को टैग कर देते हैं. See more…
टैग के मामले में ,कुल मिलाकर यही समझ आता है कि उन्हें तो समझ आना मुश्किल ही नही नामुमकिन है इसलिए जनता की अदालत उन्हे सजाए मौत का हुक्म देती है …