बेटी एक वरदान है पर जब बात दहेज की आती है तो बेटी बोझ लगने लगती है. इसी बात को पुख्ता करती है ये छोटी सी कहानी.
बेटी एक वरदान – दहेज एक अभिशाप
इस बात में कोई शक नही कि बेटी वरदान है पर कई बार यही वरदान कई बार अभिशाप लगने लगता है और बेटी एक बोझ हमारा समाज बहुत उदाहरणो से भरा पडा है
एक छोटी सी कहानी
यकीनन बेटी एक वरदान ही थी पर … कुछ समय पहले ही उन्होनें अपनी बेटी की शादी की थी. आज उनकी बेटी कुछ दिन के लिए घर रहने आ रही है इसका मतलब ” वो ” बखूबी जानते थे. बिना समय गवाऎ उन्होनें अपना फ्लैट गिरवी रखवा कर उसके द्वारा भिजवाई गई “मांगों की लिस्ट ” पर त्वरित खरीददारी शुरु कर दी…
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