नेट एक बहुत अच्छा माध्यम है बहुत सारी बातें खोजने का. मुझे सकारात्मक सोच के विचार पढने बेहद पसंद हैं. एक दिन एक बहुत अच्छे से विचार की तलाश में मैने बहुत साईटस देखी . देखते देखते एक विचार बहुत पसंद आया.मैं उसने नोट करने ही वाली थी कि सोचा चलू और आगे देख लूं शायद उससे भी अच्छा मिल जाए .
और बेहतर के चक्कर में मैं आगे सकारात्मक सोच देखने लगी पर कोई पसंद ही नही आया फिर सोचा चलो पहले वाला ही विचार अच्छा था वही नोट कर लेती हूं पर ओह नही … वो भी गायब हो गया. यानि बहुत सारी साईटस सर्च कर रही थी ना वो उसी में कही गुम हो गया. खोजा… खोजा उसे बहुत खोजा पर !!! पर मिला नही 🙁 और याद भी नही था कि क्या लिखा था. मात्र एक लाईन तो नही डाल सकती थी ना …
तभी मेरे मन में विचार आया कि जिंदगी मे भी अक्सर ऐसा होता है जो हमारे पास होता है उसकी परवाह नही करते और बेहतर और अच्छा खोजने के चक्कर मे हम अपनो को भी खो देते हैं इसलिए जो है उसी की वेल्यू करनी चाहिए और खुश रहना सीखना चाहिए नही तो मेरी तरह परेशान होना पडेगा!! सकारात्मक सोच