Click कीजिए और सुनिए 2 मिनट और 8 सैकिंड का audio
समय का महत्व – अपनोंं के साथ (ऑडियो)
मोनिका गुप्ता का नमस्कार.
वैसे इंटरनेट सशक्त माध्यम है बहुत सारी बातें जानने, सीखने और कुछ नया सर्च करने का. हर कोई अपने interest के हिसाब से सर्च करते हैं कोई लेटेस्टlatest खबरे सर्च करते हैं तो कोई games.. कोई online शापिंग तो कोई डाईट कैसी हो इस पर सर्च करते है मैं भी बहुत कुछ सर्च करती रहती हूं नेट पे पर पॉजिटिव thoughts पढना बहुत पसंद हैं और जो अच्छे लग्ते हैं उन्हे लिख लेती हूं या सेव save कर लेती हूं और फिर दोस्तों के साथ शेयर share करती हूं हमेशा की तरह् आज भी मैं बहुत अच्छे से विचार की तलाश कर रही थी और सर्च करते करते बहुत साईटसsites देखी. देखते देखते एक विचार बहुत पसंद आया.मैं उसने नोट note करने ही वाली थी फिर सोचा चलो और आगे सर्च कर लूं शायद इससे भी अच्छा मिल जाए …..और बेहतर और भी बेहतर के चक्कर में मैं आगे बढती रही पर कोई पसंद ही नही आया फिर सोचा चलो वैसे पहले वाला ही विचार अच्छा है वही नोट कर लेती हूं पर ओह … वो गायब हो गया.
बहुत सारी साईटस sites खोल रखी थीं, सर्च कर रही थी स्क्राल scroll भी कर रही थी वो उसी में कही गुम हो गया. खोजा… खोजा उसे बहुत खोजा पर !!! पर मिला नही और याद भी नही था कि क्या लिखा था. बस इतना याद था कि जिंदगी के बारे मे था और बहुत ही अच्छा था
उदास मन लिए मै सोचने लगी कि जिंदगी मे भी अक्सर ऐसा होता है जो हमारे पास होता है हम उसकी परवाह नही करते कद्र नही करते और बेहतर और अच्छा खोजने के चक्कर मे हम अपनो को भी खो देते हैं इसलिए जो हमारे पास है उसी की वेल्यू value करनी चाहिए और उसी मे खुश रहना सीखना चाहिए नही तो फिर परेशान ही होना पडेगा जैसे मै हो रही हूं वैसे वो विचार कब मिलेगा.. मिलेगा भी या नही पर एक विचार मुझे बहुत ही पसंद है वो मैं आप सभी से जरुर शेयर करना चाहूंगी वो है … सुनाऊंं… जी सुनाती हूं
मंजिल मिले ना मिले..ये तो मुकदर की बात है
हम कोशिश भी ना करे…ये तो गलत बात है..
तो हो जाईए तैयार कोशिश करने के लिए … मैं भी एक बार फिर कोशिश करती हूं शायद मिल ही जाए… मिल गया तो ठीक नही तो कल फिर मिलूगी एक और विषय के साथ… तब तक खुश रहिए मुस्कुराते रहिए … बाय बाय
Leave a Reply