सरकारी स्कूल
जब से यूपी इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला आया है कि सरकारी अफसर और नेता के बच्चे सरकारी स्कूलों में पढेगें हलचल शुरु हो गई है … धबराहट होनी शुरु हो गई है कि बच्चों का भविष्य क्या होगा… मिड डे मील खाया तो क्या होगा. पेड के नीचे बैठ कर पढेगे.. शौच गंदा होगा या खुले में जान पडेगा . पीने का पानी गंदा होगा और तो और कम पढे लिखे सिफारिशी टीचर होंगें वो क्या पढाएगें …
चलिए एक बदलाव तो आएगा /
बढते कदम नही रुकेंगें ,क़ृष्ण सुदामा साथ पढेगें …