सोशल नेट वर्क साईट, कमेंट और झूठ का बोलबाला
कमेंटस के लिए कुछ भी करेंगें
बेशक, हमें सोशल नॆट वर्किंग साईट्स जैसे फेसबुक, गूगल प्लस के माध्यम से अपनी बात कहने का मौका मिला है तो इसका मतलब यह तो नही कि उसका दुरुपयोग किया जाए .. अंटशंट लिखा जाए, किसी का अपमान किया जाए या फिर झूठ बोला जाए …
कुछ देर पहले एक जानकार मिली. मैने कल ही देखा था फेसबुक पर कि वो हिल स्टेशन गई हुई थी उसने फोटो भी डाली हुई थी मेरे पूछ्ने पर कि कैसा रहा ट्रिप ?? वो बोली कौन सा .. !! मैने कहा हिल स्टेशन वाला … इस पर वो हंसती हुई बोली अरे नही वो तो फोटोशॉप से किया था इस साल मेरे इनके पास समय नही है और बेटे की भी 10 क्लास की पढाई है … ह हा हा !! वैसे कमेंट की भरमार लग गई थी … बडा मजा आया …वो तो हसंती हुई चली गई और मैं सोच रही हूं कि क्या ये सही है ?? झूठ बोल कर लिखना या फोटो डालना … !! मेरा तो मन उससे खट्टा हो गया …
फेसबुक लाईक
दोपहर के बाद शाम 3 बजे फेसुबक का पीक टाइम होता है. इस टाइम पर सबसे ज्यादा यूजर एक्टिव रहते हैं. यानी शाम 3 बजे के आसपास पोस्ट करने पर लोग ज्यादा रियेक्ट करते हैं.रोजाना दो बार अपडेटरोजाना एक या दो बार स्टेटस अपडेट करने पर आपको 40 फीसदी ज्यादा रिस्पांस मिल सकता है. वहीं यदि आप वीक में एक से चार बार स्टेटस अपडेट करते हैं तो आपको 71 फीसदी ज्यादा रिस्पांस देखने को मिल सकता है. यहां 40 फीसदी रिस्पांस प्रतिदिन और 71 फीसदी पर वीक है, इस डाटा से कंफ्यूज न हों. How To Gain More Facebook Like – Lifestyle read more at monicagupta.info
बेशक, उसने सच बता दिया पर जिस तरह से वो फेसबुक पर सभी को जवाब दे रही थी और अपने अनुभव बता रही थी….. अनफ्रैंड की लिस्ट में एक और नाम शामिल हो गया .. !!
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