जरा सोचिये – अपनी सेहत को लेकर कितने जागरुक हैं हम – शायद बिल्कुल भी नही … बहुत लापरवाह है बात चाहे खाने की हो , सिग्रेट पीने की हो या शराब पीने की … अगर हमें कोई टोकता या समझाता है तो हमे वो बहुत बुरा लगता है …
जरा सोचिये – अपनी सेहत को लेकर कितने जागरुक हैं हम –
क्या वाकई जो होता है अच्छा होता है ?? या ???
आज मैं अपनी एक सहेली से मिलने गई तो उदास थी मैने कारण पूछा तो और उदास हो गई … बार बार पूछ्ने पर उसने बताय कि वजन बहुत बढ रहा है घर वाले डाईटिंग के पीछे पडे है और वो टरकाती आ रही है अब उसने दीवाली के बात की थी और आज दीवाली भी चली गई … कैसे करुंगी डाईटिंग … कैसे हो पाएगी डाईटिंग ….वैसे पता नही हम लोग अपनी हैल्थ के प्रति इतने लापरवाह किसलिए है …सेहत का ध्यान ही नही रखना चाहते … सेहत पर ही मुझे एक बात और याद आई … क्लिक करिए और सुनिए पूरी बात…
स्वच्छता का महत्व – ऐसे ही लाई जा सकती है स्वच्छता – Monica Gupta
स्वच्छता का महत्व – ऐसे ही लाई जा सकती है स्वच्छता – जब तक स्वच्छता अभियान जन आंदोलन रुप नही ले लेगा .लोग इसे दिल से नही अपना लेंगें स्वच्छता नही आ सकती . स्वच्छता का महत्व – ऐसे ही लाई जा सकती है स्वच्छता – Monica Gupta
Happiness looks gorgeous on you … जरा सोचिए … अपने आप को कुछ समय तो दीजिए … दूसरो जो समझाते हैं उस पर एक बार विचार जरुर कीजिएगा …
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