दशरथ मांझी-बाहुबली
कल न्यूज चैनल बदलते हुए अचानक एक खबर सुनी और मैने वापिस वही न्यूज चैनल लगा लिया. फिल्मी खबर थी कि फिल्म “मांझी, द मांऊटेन मैन” की रफ्तार सुस्त पडी. मात्र 8 करोड 5 लाख की कमाई ही कर पाई. इससे बेहतर रही “आल इज वैल” उसने कमाए …. बस इससे आगे मैं सुन नही सकी और सोचने लगी कि रील नही बल्कि रियल लाईफ हीरो हैं दशरथ मांझी.
इन आठ दस करोड की कमाई से क्या फर्क पडता है.. बिहार के मुख्यमंत्री भी 2007 में दशरथ मांझी को अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बिठाकर पांच मिनट के लिए उन्हे राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उसका सम्मान दे चुके हैं. मांझी के नाम से उसी क्षेत्र में कहीं सडक़ है तो कहीं अस्पताल है और तो और बाहुबली मांझी की तुलना बादशाह शाहजहां से की जा रही है कि जिस शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज़ महल की याद में धन-बल की सहायता से ताजमहल जैसा अजूबा बना दिया वहीं दशरथ मांझी भी किसी शहाजहां से कम नहीं. मिसाल जो उन्होनें कायम की है वो समस्त सवा सौ करोड देशवासियों के लिए प्रेरणा है और हमेशा रहेगी…
कोई पहाड पर चढ कर अपना और अपने देश का नाम रोशन करता है तो कोई बिरला पहाड काट कर ही रास्ता बना देता है…
किसी भी काम के लिए भगवान के भरोसे मत बैठिए, क्या पता भगवान ही आपके भरोसे बैठा हो 🙂
दशरथ मांझी-बाहुबली