मैं खिलाडी
मैं खिलाडी
मैं खिलाडी तू अनाडी …
क्या परिचय दिया आपने अपने बारे मे ? क्या? आप खिलाडी हैं. ओह अच्छा अच्छा … कौन सा खेल खेलते हैं आप… अरे आप तो मेरी बात सुनकर हंसने लगे … बताईए न कौन सा खेल खेलते हैं आप ?? जी क्या कहां ???
आप राजनीति के मैदान के खिलाडी हैं. जनता को कितना भड्काना है आरक्षण का मुद्दा कितना,कब, कहाँ, कैसे उठाना है. कहाँ बसो, ट्रेनो को आग लगानी है. इसके खिलाडी तो नही है आप ? ओह अच्छा अच्छा इसके साथ साथ मैच फिक्सिंग के मैदान के खिलाडी हैं कि कब कहाँ कितना और किसको देना लेना है. किसको स्टिंग आपरेशन मे फसंवाना है या किसे बाहर निकालना है. इसके भी परफेक्ट खिलाडी हैं और इसी के साथ साथ आप यकीनन देश की भोली भाली जनता को विदेश भेजने के नाम पर लाखो रुपये गटकने वाले खिलाडी भी होग़ें. है ना. जोकि लालच दिखा कर धोखे से रुपए ऐंठ कर फरार हो जाते हैं.क्यो जनाब!!! कितने रुपये गटके आपने? कुछ बताईए ना …
असल में, हमारे देश मे खिलाडियो की कमी नही है यहाँ किस्म किस्म के खिलाडी है… वैसे आप खिलाडी तो नही होंगें .. क्या कहां … आप खिलाडी हैं … कौन से खेल के … 🙂