माँ का दिल, वटसअप और मेरे मन की बात
Whatsapp मम्मी और उनका प्यार
बात एक दिन पहले की है. जब मेरी थोडी तबियत ठीक नही थी इसलिए मैने बस वटस अप पर बच्चों का मैसेज चैक किया और ये भी देखा कि कब online थे. दोनों बच्चें बाहर ज़ॉब करते हैं एक तसल्ली हो गई कि चलो दोनो अपने अपने काम पर हैं और busy हैं … मैने आराम करने की सोची. उस दिन बस तबियत ठीक न होने की वजह से मेरा whatsapp देखने का मन नही किया इसलिए सारा दिन उसे चैक नही किया. बस ये जरुर चैक कर लिया कि बच्चों का मैसेज तो नही आया… !!
देर शाम मेरी मम्मी का फोन आ गया कि कहां हो ?? मैं अपनी तबियत का बताना नही चाहती थी क्योकिं फिर वो सोचती बहुत हैं (जैसा कि हर मां की आदत होती हैं) इससे पहले मैं कुछ कहती वो बोली कि सुबह से वटस अप पर देख रही हूं तुम आई नही क्या हुआ … लास्ट सीन बस सुबह का था .. सब ठीक तो है ना… मैने बहाना बना दिया कि नेट नही चल रहा था और दो मिनट बाद बात करने के बाद फोन रख दिया.
फोन रखते रखते मैं भावुक हो गई पता है मैं क्या सोच रही थी मैं सोच रही थी कि बेशक, मैं एक मम्मी हूं पर वो भी तो एक मम्मी हैं जिस तरह से मैं बच्चों का चैक करके कि उन्होने लास्ट कब देखा एक तसल्ली हो जाती है ठीक वैसे ही मेरी मम्मी को भी तस्ल्ली हो जाती होगी कि मैने कब आखिरी बार वटस अप देखा ..आखिर मैं उनकी बेटी जो ठहरी.. बेशक बात न भी हो पर इतना देखना ही बहुत होता है…मैने वटस अप खोल कर दुबारा चैक किया तो दोनो बच्चों की स्माईल आई हुई थी और मैं भी अपनी खराब तबियत भूल कर उन्हें मैसेज करने लगी और इतने में मम्मी का भी स्माईल का मैसेज आ गया …
लव यू मम्मी …
Photo by india7network
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