How to Talk Less – कम कैसे बोलें – How to Talk Less and Listen More – Speak Less – Monica Gupta – कम बोले काम का बोलें. बात चाहे सेहत की हो रिश्ते की ये पचास ग्राम की जीभ सब पर भारी पड जाती है तो बहुत ज़रुरी है कम बोलना और जब बोलना काम का बोलना पर कैसे ?? कम बोलना कम कैसे करें.. किन बातों का ख्याल रखें हम सभी अपने जीवन में खुश रहना चाहते हैं पर एक चीज गड़बड़ कर देती है… और वो है हमारी ज़ुबान..
How to Talk Less – कम कैसे बोलें – How to Talk Less and Listen More –
वो समझे थे कि तमाशा होगा
मैंने खामोश रह कर माहौल बदल दिया
तभी बोलना चाहिए जब ज़रुरी हो…
बोलना सिर्फ इसलिए नहीं है कि हमें खाना पूर्ति करनी है इसलिए बोलना ही है… जब लगे तभी बोलना है.. बहुत लोगो की आदत है बे वजह ही बोलना शुरु कर देते हैं वो कई बार मज़ाक का पात्र भी बन जाते हैं…
हमें बोलने से पहले सोचना चाहिए कि हम क्या बोलने जा रहे हैं… क्या कुछ ऐसा तो नहीं जो दूसरे की फीलिंग को हर्ट कर सकता है.. सोच समझ कर बोलना चाहिए.. जैसे कमान से निकला तीर वापिस नहीं लाया जा सकता वैसे ही जो बात बोल दी उसे वापिस नहीं ली जा सकती.. बाद में पछतावा हो इसका भी क्या फायदा… कि काश मैं मौन रहता..
रिश्ते खराब हो जाते हैं कई बार ज्यादा बोलने के चक्कर में कुछ ऐसा मुहं से निकल जाता है जो हम खुले आम नहीं बोलना चाहते थे.. जैसाकि मेरी सहेली ने मुझे कोई बात बताई… जो उसने किसी के साथ भी शेयर नहीं की थी और ना ही करना चाह्ती थी पर मैने वही बात दो तीन दोस्तों के बीच में पब्लिक कर दिया… बातों बातों में तो उससे क्या हुआ कि मेरी सहेली के साथ मेरे रिलेशन खराब हो गए ना…
वो कहते भी है ना कि वो समझे थे तमाशा होगा मैने कम बोल रह कर माहौल बदल दिया
कई बार ज्यादा बोलने के चक्कर में हमारे दोस्त भी कम हो जाते है कि ये तो बहुत बोलते हैं वो बोर हो जाते हैं और हमसे दूर भागते हैं
कई बार हम दूसरे को इम्प्रेस करने के चक्कर में भी बोलते रहते हैं जबकि इसका उल्टा असर भी पड सकता है
या किसी ने हमारी राय मांगी नहीं और हम ऐसे ही बीच में कूद पडे ये भी सही नहीं है…
इसलिए भी कम बोलें कि सुनना अच्छी कला है अच्छा वक्ता बनना है तो अच्छे श्रोता बनना चाहिए
इसके लिए हमें जो बोल रहा है उसकी बात ध्यान से सुननी चाहिए..
बॉडी लेग्वेज का ख्याल रखना चाहिए
और हमारा आई कॉन्टेक्ट, हमारी बॉडी लेग्वेज सही हो यानि हम उसकी बात ध्यान से सुने ना कि ऐसा महसूस करवाए कि बोर हो रहे हैं…या जब हम सुन रहे हो तो जो बोल रहा है उसे घूरे कर देखना शुरु कर दें… वो भी अजीब लगता है.. सुनने की कला पर वीडियो बनाई हुई है लिंक नीचे दे रही हूं…
और अगर हमें उनकी बात न समझ आए तो पूछ भी सकते हैं कि मैं समझा नहीं.. दुबारा बता दीजिए… कम बोलने का कई बार लोग ये मतलब ले जाते हैं कि dumb हैं
इसलिए जहां जरुरी हो वहां बोलना भी चाहिए.. जैसे मान लीजिए दो लोग यू टयूब की बात कर रहे है और उन्हें उसकी जानकारी नहीं मैं भी वही हूं मुझे भी उस बारे में जानकारी है तो मैं भी अपने वियूज शेयर कर सकती हूं… मेरी बात से किसी को कोई फायदा हो सकता है तो मुझे जरुर शेयर करना चाहिए
वैसे ज्यादा बोलने से एनर्जी भी वेस्ट होती है कई बार हम बेवजह बहस में उलझ जाते हैं तो उसका भी क्या फायदा.. मन भी खराब हो.. इसके लिए कम बोलना ही बेहतर..
अब टॉपिक है कम कैसे बोलें तो मुझे भी कम ही बोलना चाहिए… है ना.. इसलिए मैं कम ही बोलूगी पर एक बात जरुर बताना चाहूंगी कि
चुप रहने के फायदे बहुत हैं इस पर वीडियो बनाई हुई है लिंक नीचे दे रही हूं जरुर देखिएगा.. और आप क्या सोचते है कि कम कैसे बोल सकते हैं तो जरुर बताईएगा..
तो इतना मत बोलिए कि लोग चुप होने का इंतजार करें
इतना बोल कर चुप हो जाइए कि लोग दुबारा बोलने का इंतजार करें
सेहत और रिश्तों को ठीक रखने के लिए पचास ग्राम की जीभ को साठ या सत्तर किलो के शरीर पर हावी ना होने दीजिए
How to Talk Less – कम कैसे बोलें – How to Talk Less and Listen More – Speak Less – Monica Gupta
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