Mahila Diwas
बेशक, आज समाज मे महिलाओ को लेकर टेंशन का माहौल है पर इसका अर्थ यह भी नही कि हम नकारात्मक ही सोचना , बोलना और लिखना शुरु कर दें.
फेसबुक से जान पहचान मे आई एक महिला जोकि अक्सर टीवी पर भी दिखाई दे जाती हैं बहुत नकारात्मक सोच है उनकी महिला के बारे में. इससे पहले कि मेरी सोच भी वैसी हो जाए और मैं भी नकारात्मक सोच लिए लिखू और बोलू मैने उन्हें अनफ्रेंड ही कर दिया.
यकीनन समाज मे हो रही धटनाएं चिंतित तो कर जाती है पर अगर हम भी नकारात्मक सोचने लगेगें तो फिर क्या अंतर रह जाएगा .
Mahila Diwas पर बेशक हम बडे बडे दावे करते हैं, बहस करते हैं पर अगर हर दिन जागरुक हो जाए और हर दिन Mahila Diwas मान कर चले तो शायद कुछ बदलाव दिखे … वैसे मेरा मानना है जैसी सोच होगी वैसा ही हमें दिखेगा.इसलिए बी पाजीटिव विचारों को लेकर आगे बढेंगॆ तो सुनने को भी कुछ ही मिलेगा.. अगर आप मेरी राय से सहमत तो ठीक अन्यथा आप मुझे अनफ्रेंड या ब्लाक कर देंगें तो सही रहेगा क्योकि मेरी सोच महिलाओ के बारे मे सकारात्मक ही रहेगी….
Mahila Diwas के बारे में आपके विचारों का स्वागत है..
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