हमारे व्यक्तित्व – व्यक्तित्व की परिभाषा
जिंदगी में हमे बहुत तरह के लोग मिलते हैं. कुछ दिल में जगह बना लेते हैं तो वही कुछ दिल से उतर जाते हैं. हमारा व्यक्तित्व और स्वभाव कैसा होना चाहिए? वैसे हमारा चेहरा हमारे व्यक्तित्व और स्वभाव का प्रतिनिधित्व करता है। मन के भीतर जो भाव चलते हैं वही चेहरे पर प्रतिबिंबित होते हैं।
व्यक्तित्व परीक्षण के प्रकार
हमारा व्यक्तित्व और स्वभाव. जिंदगी में हमें अलग अलग तरह के स्वभाव के लोग मिलते हैं . रोंदू, नकारात्मक या जिंदादिल..मैं भी ऐसे उदाहरणों से दो चार हुई.
कहानी 1
श्रीमति देवयानी हमेशा किसी ना किसी बात का रोना ही रोती रहती हैं. उन्हे मैने कभी हसंते या मुस्कुराते नही देखा. इसलिए उनसे बात करने का जरा भी मन नही करता. गर्मी थी तब रोती थी कि हाय गर्मी…. अब सर्दी है तो रो रही है कि हाय सर्दी…कल कपडो के लिए दुखी थी कि फटते ही नही ना उन्हें फेंक सकते और पहने भी कितनी बार… मटर मीठी आए तो इस बात का रोना कि सब्जी ही नही बना पाई सारी कच्ची ही खाई गई … इतनी मीठी मटर का भी क्या फायदा !!!
कहानी 2
कल एक मित्र के घर एक महिला से मिलना हुआ. जितनी देर मे वहां रही वो हंसती और मुस्कुराती रही. उनके जाने के बाद पता चला कि उन्हे कैंसर है पर पर वो मस्त है किसी के आगे अपना दुखडा नही रोती.
कहानी 3
एक मित्र के पिता से बात करने का मौका मिला. पता चला कि उन्हे फ्रैक्च्चर हुआ था और वो अभी पूरी तरह से पलंग पर ही है. मैने उसी उदास भाव से उन्हे फोन किया पर वो ऐसे बात करने लगे मानो कुछ हुआ ही ना हो इसलिए मैने भी बीमारी की बात नही की पर फोन रखते रखते बता दिया कि मैने फोन किसलिए किया था. इस पर वो बोले कि अरे ये तो चलता ही रहता है अच्छा है इसी बहाने आराम कर रहा हूं खूब खा पी रहा हूं.
ऐसे जिंदादिल लोगो को सैल्यूट !!! वैसे आप भी रोंदू टाईप तो नही होंगे . है ना !!!… अगर हैं तो जरा नही बहुत सोचिए !!
हमारा व्यक्तित्व और स्वभाव
वैसे आपका स्वभाव क्या है और किस तरह के लोग पसंद है रोंदू, नकारात्मक या … जिंदादिल
Leave a Reply