तकियाकलाम और हम
(Takiya kalam)
देर पहले मणि घर आई हुई थी मटर छिलते छिलते मैं उससे बात कर रही थी तो अचानक मैने महसूस किया कि वो बात बात में मतलब शब्द बोल रही है मतलब आज जब मैं बाजार गई तो मतलब … अरे मैनें टोका कि क्या हो गया आखिर बार बार ये मतलब किसलिए… वो बोली पता नही मतलब कभी सोचा नही.. मुझे याद आया कि एक मेरी जानकार बात बात में क्या ही है .. जब भी बात करो बोलती है ये तो क्या ही है और एक मित्र हैं वो है ना बोलते हैं … मतलब बात कही से शुरु हो खत्म है ना पर ही होती है…!! मतलब आदत ही होती है.. मैं मणि से बात कर ही रही थी कि वो जोर से हंसने लगी बोली वैसे मतलब तो तुम भी बहुत बार बोल रही हो.. अरे बाप रे !! यानि तकिया कलाम की बीमारी मुझे भी है..
अचानक हम दोनों की हंसी को ब्रेक लग गया क्योकि क्योकि.. क्योंकि जो मटर आज मैं सब्जी बनाने के लिए छिल रही थी वो मणि के पेट की भ्रेट चढ गई है .. मतलब आज क्या खाना बनेगा कोई आईडिया नही..!! वैसे तकिया कलाम होना मतलब इतना बुरा भी नही पर मतलब ज्यादा बोलना मजाक का कारण न बन जाए बस इतना ध्यान रखिए …
वैसे बहुत से धारावाहिक हो दर्शकों को तकिया कलाम की वजह से पसंद आ रहे हैं जैसा कि सही पकडे है … एंड टीवी’ का कॉमेडी धारावाहिक ‘भाभीजी घर पर हैं’ हो या और एफ आई आर धारावाहिक का आईए आईए … ऐसे ना जाने कितने धारावाहिक हमारा ध्यान तकियाकलाम की वजह से आकर्षण का केन्द्र बने हुए है …. वैसे मतलब आपका तकिया कलाम क्या है… मतलब बताईए ना … 😆
तकियाकलाम और हम … वैसे आप टेंशन ही मत लो 🙂
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