(बाल कहानी) Acting
टोटके हिचकी के
मैं हूँ मणि। वैसे तो मैं आठवीं कक्षा में पढ़ती हूँ। पर सब मुझे दादी अम्मा कहतें हैं। मैं सभी की मुसीबतें पल भर में भगादेती हूं या फिर किसी ने शरारत से किसी के कपड़ों पर स्याही छिड़क दी या सार्इकिल स्टैंड़ से किसी ने सार्इकिल की हवा निकाल दी कर उसे गिरा दिया हो तो सभी सिर्फ मेरे पास भागे चले आते और मैं अपने काम में जुट जाती। वैसे यह सब मैंने अपनी मम्मी और दादी मां से सीखा है। हम संयुक्त परिवार में रहते हैं न इसलिए मैं सभी बातों का ध्यान रखती हूँ। मेरी दादी तो सुबह.शाम लोगों की परेशानिया ही दूर करती रहती है। घर में तो मेरा रोब नहीं चलता पर स्कूल में बड़ी स्मार्ट बनती हूँ। किसी की दोस्ती करवानी हो या फिर पक्की कुÍा, मैं सभी कामों में एकदम एक्सपर्ट हूँ।
एक बार की बात है। मैं, मीशू और नोनू खेल रहे थे। सन्नी तो खेल कर चला गया था। सामी अभी तक आया नहीं था। आकाश में बादल से आ गए इसलिए मैंने सोचा कि जल्दी घर चलतें हैं, हम पार्क से निकल ही रहे थे कि सामी आ गया। वो हमारा पड़ोसी है, पढ़ता तो मेरी कक्षा में है पर स्कूल दूसरा है। उस समय उसे हिचकी आ रही थी। वो खेलना चाह रहा था लेकिन मैंने मना कर दिया। उसने मुझसे कहा कि तुम तो ऐसे भाग रही हो जैसे काला कुत्ता देख लिया हो।
मैंने उससे कहा कि काला कुत्ता तो नहीं पर एक काली गाड़ी जरूर देखी है। सामी बोला. काली (हिचकी) कार। मैंने पूछा पहले तू बता कि हिचकी कैसे आ रही है। वो बोला घर के (हिचकी) बाहर चने वाला (हिचकी) खड़ा था उसमें (हिचकी) मसाला बहुत तेज था बस…. हिचकी (हिचकी) लग गर्इ (हिचकी) अब बताओ…….. (हिचकी) मैंने बोला हम अभी जब खेल रहे थे तो हमने देखा कि एक बहुत सुंदर लड़की रोती हुर्इ गाड़ी में बैठी है। मुझे लगा कि शायद वो तुम्हारी कक्षा की दीपा है। सामी बोला.दीपा…. (हिचकी) कटे हुए थे। मैंने कहा हां-हां। वो बोला कि दो काले कपड़़े पहने अंकल उसे गाड़ी में बैठा रहे थे, शायद उठा कर न ले जा रहे हों। सामी का मुंह खुला ही रह गया (हिचकी) तुम्हारा मतलब……………. किड़नैप। मैंने भी गर्दन हिला दी। वो उतावला हो उठा। बोला (हिचकी) चलो जल्दी चलते हैं (हिचकी) कहीं पुलिस की पहुंच से दूर हो गये तो…… मैंने भी जल्द बाजी दिखार्इ और पार्क के बाहर सामी के साथ मीशू और नोनू भी लपक लिए।
सामी ने मुझसे पूछा, तुम्हें पुलिस स्टेशन का पता है ? मैंने कहा हां.हां। चलो जल्दी चलें। सामी नाराज हो गया बोला दीपा किड़नैप हो गर्इ है और तू हँस रही है। मैंने हँसते हुए कहा बुद्धु। कोर्इ किड़नैप विड़नैप नहीं हुआ है बस……………. तेरी हिचकी रोकने का नाटक था। सामी हैरानी से खड़ा का खड़ा रह गया। मैंने कहा ये था…………… शाक टि्रटमेंट। जब हिचकी रोकनी हो तो ध्यान दूसरी ओर लगा देते हैं जिससे हिचकी रूक जाती है। अब माहौल थोड़ा हल्का हो गया था।
हम सब मिलकर हँसने लगे और सड़क पार करने लगे। सामी ने बताया कि यही चने वाला है पर इसके चने है बहुत स्वादिष्ट। हम चारों ने मिलकर चने खाए। सामी अभी तक हैरान था कि मैं कितनी बातूनी हूँ और Acting भी अच्छी कर लेती हूँ। तभी मुझे उसमें मसाला इतनी तेज लगा कि मुझे ही हिचकी लग गर्इ। सामी, मीशू, नोनू हंसने लगे कि अब Acting बंद करो। लेकिन मैंने कहा कि मुझे (हिचकी) सचमुच हिचकी लग गर्इ (हिचकी) हैं। तभी सामी बोला कि मेरे पीछे काला कुत्ता खड़ा है। उसे पता था कि मैं काले कुत्ते से बहुत ड़रती हूँ पर मैंने कहा मुझे (हिचकी) मेरी (हिचकी) तू मजाक कर (हिचकी) रहा है ताकि मेरी हिचकी रूक जाए। हंसते-हंसते मैंने पीछे मुड़कर देखा तो मेरी सांस ऊपर की ऊपर अटकी रह गर्इ। यह सचमुच का शाक (झटका) था।
मेरी हिचकी का तो पता नहीं पर जो मैं वहां से दौड़ी मैंने सांस घर आकर ही लिया। मीशू, नोनू और सामी दूर खड़े मुझे देखकर हाथ हिला रहे थे और मैं दिल की धड़कनों को काबू में रखकर उन्हें बाय कर रही थी। वैसे एक बात बता दूं मेरी दादी और मम्मी कुत्तों से बिल्कुल नहीं डरती पर पता नहीं इन कुत्तों को देखकर मेरी घिग्घी क्याें बंध जाती है। अंदर पहुंची तो दादी किसी से बतिया रही थी। मैं भी दादी के साथ बैठकर उनकी बातों में हामी भरने लगी और यह सोचने लगी कि क्या बहाना लगाऊंगी कि मैं क्यों भागी ताकि मेरे दोस्तों के बीच कल मेरा मजाक ही न बन पाए।
तो नन्हें दोस्तो. कैसी लगी आपको Acting कहानी जरुर बताना 🙂