Article – Inner Peace एक व्यक्ति अपने घर मे अपनी घडी रख कर कही भूल गया. बहुत जगह खोजा. नही मिली. उसने अपने घर मे पत्नी, नौकर और बच्चो सभी से कहा. सभी ने खोजी पर नही मिली. उन्होने ईनाम भी रख दिया कि सौ रुपए इनाम मिलेगा जो घडी खोज कर लाएगा. इसी बीच उसके बेटे ने कहा कि यह काम वो अकेले ही करना चाहता है. पहले वो एक कमरे में फिर दूसरे कमरे मे गया और बाहर आया तो उसके हाथ मे घडी थी.
सब हैरान !!! पिता ने पूछा कि आखिर तुम्हे यह मिली कैसे?? इस पर बेटा बोला कि मैंने कुछ नहीं किया बस मैं कमरे में गया और चुप-चाप बैठ गया, और घड़ी की आवाज़ पर ध्यान केन्द्रित करने लगा. कमरे में शांति होने के कारण मुझे घड़ी की टिक-टिक सुनाई दे गयी जिससे मैंने उसकी दिशा का अंदाजा लगा लिया और आलमारी के पीछे गिरी ये घड़ी खोज निकाली.”
यानि जिस तरह कमरे की शांति घड़ी ढूढने में मददगार साबित हुई उसी प्रकार मन की शांति हमें जिंदगी की ज़रूरी चीजें समझने मे मददगार होती है .
Article – Inner Peace
हर दिन हमें अपने लिए
थोडा वक़्त निकालना चाहिए , जिसमे हम बिलकुल अकेले हों जिसमे हम शांति से बैठकर खुद से बात कर सकें और अपने भीतर की आवाज़ को सुन सकें , सही गलत का आंकलन कर सकें. बेशक तभी हम life को और अच्छे ढंग से जी पायेंगे…!!!
तो आप भी निकाल रहे हैं न अपने लिए समय … अपने आप से बात करने के लिए …. अपने को समझने के लिए… !!! Article – Inner Peace