रक्तदान महादान है और स्वैच्छिक रुप से किया रक्तदान सबसे अच्छा दान है रक्तदान का महत्व समझते हुए हमें रक्तदान जरुर करना चाहिए क्योकि रक्त किसी फैक्ट्री में नही बनता और एक नेक कार्य करने का सबसे बेहतर तरीका है रक्तदान करना
रक्तदान करना मानो किसी को नया जन्म देना
आज का दिन रक्तदान के इतिहास में बहुत अहम है. 25 सितम्बर 1818 को डाक्टर जेम्स ने पहली बार दूसरे शरीर में इंसानी खूब डाला था उससे पहले हमारे शरीर में जानवरों का खून डाला जाता था.
समझे रक्तदान की महत्ता
पहले समय में जब हमें रक्तदान का महत्व नही पता था और जब जानवरों का खून इंसानों में चढाया जाता था तब अलग बात थी पर आज हमें सारी जानकारी है और विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है इसलिए हमें इसका मह्त्व समझते हुए रक्तदान जरुर करना चाहिए
तो क्याया सोचा ??? किसी की जिंदगी बचा रहे हैं न आप
रक्तदान कर रहे हैं ना आप …
रक्तदान और युवा
जिन मरीजों को लगातार रक्त की जरुरत पडती है अगर वो ही अपना संदेश दें कि रक्तदान कितना अमूल्य है तो भी युवा प्रभावित हो सकते हैं. जैसाकि जम्मू में रहने वाले हीमोफीलिया से पीडित जगदीश कुमार जिन्हे अभी तक लगभग 200बार खूब चढ चुका है या थैलीसीमिया की मरीज संगीता वधवा ,मुम्बई में रहती है अभी तक 800 बार खूब चढ चुका है और ना सिर्फ थैलीसीमिया पर काम कर रही है पर खुद भी जीने की इच्छा छोड चुकी संगीता उन लोगो की कांऊसलिंग करती है जिन्होनें जिंदगी से हार मान ली है. संगीता आजकल थैलीसिमिया को खत्म करने के लिए Face , Fight और Finish पर जबरदस्त काम कर रही है. read more at monicagupta.info
और अगर किसी भी वजह से आप रक्तदान नही कर सकते तो किसी को रक्तदान के लिए प्रोत्साहित ही कर दीजिए … यकीन मानिए बहुत अच्छा लगेगा …
( तस्वीर टविटर से साभार )
Leave a Reply