बाबा रामदेव, पतंजलि और भ्रामक विज्ञापन
महिमा ए भ्रामक विज्ञापन
खबर चल रही हो तो बाबा रामदेव का विज्ञापन , विज्ञापन हो तो उनका विज्ञापन , किसी कार्यक्रम को प्रायोजित करना हो तो बाबा जी … अचानक अभी एक online news की एक खबर पर ध्यान गया कि भारतीय विज्ञापन मानक परिषद ने प्राप्त शिकायतों की जांच के बाद पाया है कि बाबा रामदेव की पतंजलि कंपनी के कई विज्ञापन झूठे और भ्रामक हैं अरे !!! पर हमारे चैनल वालो पर फिलहाल कोई असर नही… भ्रामक विज्ञापन तो वो भी है जैसा कि मध्य प्रदेश या उत्तर प्रदेश के लगातार तरक्की के गुण विज्ञापन रुप मे गाए जा रहे है पर साथ ही साथ रेप की घट्नाओ पर बहस करते हैं तो भ्रामक विज्ञापन की श्रेणी मे तो उन्हे भी लेना चाहिए या नही … शायद नही … या शायद हां… फैसला आपका … आखिर जनता जनार्दन जो है … मेरा देश बदल रहा है .
रामदेव के विज्ञापन का FSSAI ने निकाला ‘तेल’
क्या है इस विवादित विज्ञापन का मामला – विवाद पतंजलि के सरसों के तेल के विज्ञापन पर है, जिसमें कहा गया है कि कुछ तेल बनाने वाली कम्पनियां कच्ची घानी के लिए न्यूरोटॉक्सिक हेक्सागॉन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन प्रॉसेस का इस्तेमाल करती हैं। – हेक्सॉन को सेहत के लिहाज से खतरनाक बताया गया है। वहीं कुछ कम्पनियां सरसों का तेल बनाने में सस्ते पाम ऑयल का इस्तेमाल करती हैं। – सॉल्वेंट एक्सट्रैक्शन एसोसिएशन का कहना है कि यह विज्ञापन भ्रामक है, इससे दूसरी कम्पनियों की साख पर असर पड़ सकता है।
ग्रॉसरी प्रोडक्ट के बाजार में पूरी तरह रम गई पतंजलि अपने सरसों तेल का विज्ञापन बदलने वाली है। दरअसल विज्ञापन को लेकर फूड सेफ्टी स्टैंडर्ड अथॉरिटी read more at www.punjabkesari.in
एएससीआई के निशाने पर रामदेव, पतंजलि के विज्ञापनों को बताया भ्रामक
भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने योगगुरू बाबा रामदेव प्रायोजित पतंजलि आयुर्वेद के उत्पादों के विज्ञापनों को भ्रामक और प्रतिस्पर्धी फर्मों के उत्पादों पर आक्षेप करने वाला बताया है। read more at ndtv.com
देखते है कि आगे आगे होता है क्या
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