मुद्दे ही मुद्दे
इतने सालों से सोनी चैनल पर CID चला आ रहा है हमें शायद हमें इसलिए अच्छा लगता है कि आज क्राईम हुआ सीआईडी आई और देखते ही देखते जांच हुई और अगले ही पल रिपोर्ट सामने और फिर कैदी सलाखों के पीछे. पर हकीकत ये नही है हकीकत वो है जो हम आप हर रोज देखते है… आज मर्डर हुआ कम से कम दस दिन जांच मे लगेगें और इस बीच आरोपी पर क्या यातना बीतेगी उसकी कोई चिंता नही.
हमारे देश मे जांच टेस्ट सैंटर इतने कम है कि रिपोर्ट आते आते मामला ही ठंडा पड जाता है..
दूसरा नुक्स है हमारी कछुए की चाल चलती न्याय प्रणाली .. बीस बीस साल हो जाते हैं तारीख पर तारीख … बस …
तीसरा हमारी जुगाड संस्कृति … रिश्वत का कितना भी विरोध करें हम जुगाड हमेशा से ही हमे प्रिय रहा है..
चौथी बात है मीडिया … तेज और तेज खबर दिखाने के चक्कर में भिन्नभिन्नाती मक्खियों की उपाधि मिल जाती है… पता नही वो क्यो भूल जाती है कि जरुरत उनसे ज्यादा जनता को है लेकिन मारी मारी भागी भागी दौडती भागती रहती है …
फिर बात आती है महिला सुरक्षा की … मुद्दे बहुत है जिन पर हमें, मीडिया को, नेता को, सरकार को, प्रशासन को उठाना चाहिए क्योंकि इन्हें दूर किए बदला आना सम्भव नही ….