स्वच्छता का महत्व – गांव ताजिया खेडा (सिरसा)
स्वच्छता अभियान और गांव,
सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान और स्वच्छता के नारों से गूंज उठा ये गांव. गांव भर में कुईया बन गई और महिला हो, पुरुष हो या बच्चे बाहर खुल्ले में शौच नही जाते.
ये गांव हैं हरियाणा के जिला सिरसा का ताजिया खेडा. किसी अन्य गांव की तरह इस गांव में भी बहुत गंदगी थी. कारण यही था कि लोग खुले में शौच जाते पर जब जिला प्रशासन द्वारा गांव वालो को स्वच्छता का मह्त्व समझाया गया. बच्चों को स्वच्छता की मह्त्ता समझाई गई और महिलाओं को शर्म का अहसास करवाया तो जागरुकता आनी शुरु हो गई. सभी ने मिलकर स्वच्छता रैली निकाली और देखते ही देखते स्वच्छता का अर्थ समझ आने लगा
गांव के राम सिह ने माना कि पहले सभी लोग बाहर शौच के लिए जाते थे पर अब नही जाते
वही मोनिका स्कूली छात्रा ने भी स्वीकार किया कि अब हमारे गांव में बहुत स्वच्छता आ गई है.
महिलाओं की असली खुशी तो देखते ही बनती थी. गुर्गा देवी ने बताया कि वो निगरानी कमेटी मे थी और उसने जिला प्रशासन के साथ मिलकर बहुत काम किया.
स्वच्छता तभी आई जब सभी ने इसकी महत्ता को समझा और एकजुट होकर काम किया.
इस गांव में चाहे बडा हो, युवा हो या बूढा सभी बहुत खुश हैं
एक सैल्फी स्वच्छता के नाम – Monica Gupta
यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री ने अपने मुंह से किसी गांव के सरपंच का जिक्र किया हो। पीएम मोदी ने रेडियो पर प्रसारित अपने मन की बात कार्यक्रम में बीबीपुर की पंचायत द्वारा इसी महीने आयोजित बेटी बचाओ, सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता को लेकर कहा कि हरियाणा के एक छोटे से गांव बीबीपुर के सरपंच सुनील जागलान की बेटी बचाओ-सैल्फी बनाओ प्रतियोगिता की पहल से देशभर में पिता अपनी बेटी के सोचने के लिए मजबूर हुआ और उन्होंने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। read more at monicagupta.info
स्वच्छता अभियान और मेरे मन की बात – Monica Gupta
क्लिक करिए और सुनिए स्वच्छता अभियान पर 4 मिनट और 35 सैकिंड की ऑडियो… मेरा अनुभव स्वच्छता अभियान और मेरे मन की बात बात स्वच्छता अभियान के दौरान की है. जब गांव गांव जाकर लोगों को जागरुक किया जा रहा था.लोगो को समझाया जा रहा था कि खुले मे शौच नही जाओ आसान नही था क्योकि सदियों से चली आ रही मानसिकता बदलना मुश्किल था. See more…
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