बच्चों की परवरिश कैसे करें – bachon ki parwarish kaise kare – bachon ki parwarish ka tarika .. परवरिश की जिम्मेदारी मातापिता की होती है इसलिए जरुरी है कि वो उनकी देखभाल बहुत अच्छी तरह करें
बच्चों की परवरिश कैसे करें
घर के बाहर एक महिला अपने बहुत छोटे से बच्चे को खींच कर ले जा रही थी और बोल रही थी … देखती हूं कैसे नही जाता स्कूल … वो बच्चा बहुत सहमा हुआ बस धसीटता हुआ ही जा रहा था … यकीन मानिए मेरे ही हाथ में दर्द हो गया देख कर … क्या लगता है आपको ये सही हो रहा था … !! बेशक कुछ बच्चे आनाकानी करते हैं पर ये तरीका परवरिश का नही है .. कई बार माता पिता भी गलती कर जाते हैं वैसे तो बहुत सारी बातें हैं पर कुछ जरुरी बातो का ख्याल रखना चाहिए ..
1 सबसे पहली तो ये कि बच्चों के साथ जबरदस्ती या मार पिटाई नही करनी चाहिए .. उसकी भावनाएं समझिए … वो स्कूल जा रहा है आपसे दूर नया माहौल है वहां समय लगेगा उसे … समय दीजिए पर प्यार से..
2 . बच्चों के सामने झग़डा नही करना … हम बडे बच्चों को हमेशा बोलते हैं झगडा करना बुरी बात है तो खुद भी तो सोचना चाहिए कि नही … आपको पता है झगडे से बच्चे पर क्या असर पडता है वो सहम जाता है … पढाई में पीछे हो जाता है … चुप रहने लगता है
कई बार लडाई झगडे में मदर्स बच्चों को ही दोष देने लगती हैं कि तेरी वजह से ही यहां रुकी हुई हूं नही तो कभी की चली जाती … ऐसे में बच्चा खुद को दोषी मानने लगता है … और इस असर क्या हो सकता है आप सोच भी नही सकते … जरुरत इस बात की है झगडा बैठ कर सुलझाएं और किसी भी वजह से बच्चे को पता चल जाए तो उसे समझाएं कि सॉरी आगे से पापा से झगडा नही करुंगीं …
3 कई पैरेंटस तो पिटाई करते हैं और कई ओवर प्रोटेक्टिंग overprotective होते हैं यानि बहुत ज्यादा ख्याल रखतें हैं ज्यादा ख्याल रखना भी बहुत नुकसान देय होता है.. हर बात बात बात में चिंता करेंगी बात बात में स्कूल में फोन करेंगी … तो मजाक बन जाते हैं बच्चें इसमें बच्चे को उपाधि मिल जाती है mama’s boy की.. मां का लाडला .. और बच्चे को इतनी शील्ड मिल जाती है कि वि कुछ भी कर देता है उसे पता है कोई कुछ नही कहेगा … इसलिए overprotective भी नही होना …
4 कुछ पैरेंटस बच्चों को फीलिंग व्यक्त नही करने देते … अगर किसी बात पर रो रहा है तो बोलेगें खबरदार चुप्प हो जाओ … रोना नही … तुम बच्चे नही हो अब … और अगर वो जोर जोर से हंसेंग़ें तो भी नाराज हो जाएगें को मैंनर्स नही हैं … खुल कर खेलेंगें कपडे गंदे कर के आएगें तो गुस्सा करेंगें … …
5 बच्चे से जासूसी नही करवाएं.. बेशक सीआईडी सीरियल सभी को अच्छा लगता है… पर देखना पापा फोन पर किससे बात कर रहे हैं … बच्चा पढ रहा है और आप पापा के फोन के मैसेज चैक कर रहे हैं कि किसने लिखा और क्या क्या लिखा … ऐसे में पता है क्या होगा … बच्चे के मन में शक बैठ जाएगा … और वो बडा होकर शक्की बन जाएगा …
हर बात में शक करेगा … अच्छा पति या पिता नही बन पाएगा …
ऐसी और भी बहुत सारी बातें हैं फिलहाल पर इन्हें से शुरु करें … कल फिर ..
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