Books of Monica Gupta – मेरी लिखी नौ किताबें – जिसमें से दो किताबों को हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से बाल साहित्य सम्मान मिला. चार किताबें नेशनल बुक ट्र्स्ट से प्रकाशित हुई…
हरियाणा के सिरसा में रहती हूं और लगभग 29 साल से लेखन जगत में सक्रिय हूं.बचपन में बहुत कहानियां लिखती थी तब जानकारी नहीं थी कि कहां और कैसे रचना भेजी जाती है तो बस लिख लेती थी हां, कई बार पोस्ट कार्ड पर भी कहानी लिख कर भेजी पर पता नहीं सही पते पर मिली भी या नहीं मिली. पर शौक तो जारी ही रहा…
बात सन 1997 की है तब हम गाजियाबाद थे. तब वहां की एक अमृत पत्रिका और फिर सांध्य दैनिक से सही मायनों में लेखन की शुरुआत हुई… फिर तो इतनी कहानियां लिखी कि उस समय के लगभग सभी लोकल अखबार में लेख और कथा छपने लगी और बारी आई किताबों की… अभी तक नौ किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं…
संख्या सन किताब
1 2009 ‘मैं हूं मणि‘ (बाल साहित्य पुरस्कार )
(हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से बाल साहित्य सम्मान)
2 2009 ‘समय ही नहीं मिलता‘ नाटक संग्रह
(हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से अनुदान (2008-09)
3 2009 ‘अब तक 35‘ ( व्यंग्य संग्रह)
4 2009 ‘स्वच्छता एक अहसास‘ ( सामाजिक मूल्यों पर आधारित)
5 2011 ‘काकी कहे कहानी‘ (“नेशनल बुक ट्रस्ट” से प्रकाशित )
6 2013 ‘अब मुश्किल नहीं कुछ भी‘
इस पुस्तक में देश की जानी मानी हस्तियों के साक्षात्कार हैं
(हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से अनुदान ) 2012
7 2014 ‘वो तीस दिन‘ (“नेशनल बुक ट्रस्ट” से प्रकाशित )
(हरियाणा साहित्य अकादमी की ओर से बाल साहित्य सम्मान)
8 2017 “जय स्वच्छता” (“नेशनल बुक ट्रस्ट” से प्रकाशित )
9 2018 “जब भारती ने फहराया तिरंगा (“नेशनल बुक ट्रस्ट” से प्रकाशित )
अन्य भाषा में अनुवाद
- काकी कहे कहानी 2012 में पंजाबी भाषा में अनुवाद (“नेशनल बुक ट्रस्ट” द्वारा)
- काकी कहे कहानी 2021 में उडिया भाषा में अनुवाद (“नेशनल बुक ट्रस्ट” द्वारा)
- काकी कहे कहानी 2021 में बोरो भाषा में अनुवाद (“नेशनल बुक ट्रस्ट” द्वारा)
- काकी कहे कहानी छ्ठी आवृति 2020-21 समग्र शिक्षा, बुलबुल हरियाणा, हेतु
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