कोरोना वायरस – मन में है विश्वास – आज, कोरोना काल में, पूरे देश में, भारतीय सेना ने अलग तरीकों से कोरोना वॉरियर्स का सम्मान कर रही है.. कहीं हमारी वायु सेना विमानों से जीवन रक्षकों पर पुष्प वर्षा कर रही है.. तो कहीं सेना का बैंड मनोबल बढ़ाने वाली धुनें छेड़ कर और सभी का उत्साह बढ़ा रहे हैं…
ये देख कर यकीनन आप सब की आँखें भी नम हो गई होगी यकीनन आपको भी गर्व हो रहा होगा भारतीय होने पर…. इन दिनों कुछ ऐसा लग रहा है ये देश नहीं बल्कि एक परिवार है… और परिवार के अलग अलग सदस्य परिवार को बचाने के लिए, उनका मनोबल मजबूत बना रहे उसके लिए अपने अपने तरीके से जतन कर रहे हैं…
इन सब की शुरुआत हुई जनता कर्फ्यू से और फिर ताली बजाना और फिर दीया जलाना क्या क्या नहीं किया हमने परिवार की सुरक्षा के लिए और आज इसी का ही सुखद परिणाम है कि हम अन्य देशों की तुलना में बहुत बहुत और बहुत ज्यादा बेहतर है…
वैसे अगर मन में विश्वास हो, सोच पॉजिटिव तो हम बहुत कुछ हासिल कर लेते हैं…
आज मेरा भी मन है अपना एक अनुभव आपसे शेयर करने का…
बात तब की है जब जनता कर्फ्यू लगा और जिस तरह से देश की जनता ने, कोरोना की गम्भीरता को समझते हुए सरकार का, प्रशासन पूरा सहयोग किया और उसे सफल बनाया फिर शुरु हुआ लॉक डाऊन तीन सप्ताह का… #StayHome…. जब मोदी जी द्वारा टीवी पर बताया गया कि तीन सप्ताह का लॉक डाऊन रहेगा.. मेरी बात उसी दिन की है…
यकीनन दिल की धड़कन तेज हो गई.. मन में एक चिंता एक घबराहट सी बैठ गई कि क्या होगा.. कैसे होगा?? क्योंकि एक तो हमारे देश की जनसंख्या बहुत ज्यादा है और ऊपर से हमें हमारे देश के अस्पतालों की नाजुक हालत भी पता है…
मैं अपने मन को थोड़ा मजबूत कर रही थी कि कोई ना सब ठीक हो जाएगा तू चिंता मत कर.. वही जब मेरे पति ने देखा कि मैं बहुत ही ज्यादा परेशान हूं तो उन्होनें भी समझाया कि चिंता मत करो सरकार ने ये जो कदम उठाया है ना अब देखना सब ठीक हो जाएगा.. जब कोई बाहर निकलेगा ही नहीं तो होगा भी कुछ नहीं.. इसी सोच विचार के मैं रसोई में आ गई खाना बनाने…
बेल तो मैं रोटी रही थी पर मन में कोरोना कोरोना ही चल रहा था.. बेलते बेलते अचानक मन में क्या बात आई कि ये रोटी अगर बनाते वक्त पूरी फूल गई तो सब ठीक हो जाएगा.. और कोई चिंता वाली बात नहीं होगी… और तवे से रोटी उतार कर मैं उसे गैस पर सेकने लगी.. मैं आपको ये बता दूं कि मेरी बनाई रोटी अक्सर पूरी गोल फूल जाए ऐसा बहुत ही कम यानि बहुत ही कम होता है… फिर भी बस मन में सोच की देखते हैं क्या होता है और देखते ही देखते रोटी पूरी तरफ से फूल गई… मैं खुशी खुशी दूसरे कमरे में इनको बताने भागी कि सब ठीक हो जाएगा… रोटी फूल गई… मन में एक विश्वास सा आ गया था…
अच्छा बात यही खत्म नहीं हुई… तभी दिल्ली घर से मेरी मम्मी और भईया का फोन आया और विषय यही था कोरोना वायरस का .. मैंने खुशी खुशी सारी बात बताई कि अभी ऐसा हुआ और मुझे पूरा विश्वास है कि बहुत जल्द सब ठीक हो जाएगा… और जब ये सब ठीक हो जाएगा मैं गाय के लिए 21 दिन तक हर रोज रोटी बना कर रखूंगी..
तो इस पर भईया ने क्या कहा पता है… उन्होनें बोला मोना…. तो तू शुरु कर दे आज से ही बनाना.. मेरे विश्वास पर मानों उन्होनें मोहर लगा दी थी और वो सबसे पहली रोटी मैंने निकाली गऊ माता के नाम और तब से अभी तक तो हर रोज रोटी बना ही रही हूं…
और सिर्फ मैं ही नहीं मेरा पूरा परिवार भी इस बारे में सचेत है कि कोई दिन रह ना जाए.. यानि मैं भूल न जाऊ तो पति भी बीच बीच में पूछते रहते हैं गाय की रोटी तो बना ली है ना…
ये है विश्वास… बेशक, आप इस बात को सुन कर हंसे भी कि ये क्या बात हुई पर बात विश्वास की है और ये कहीं से भी और कैसे भी पनप सकता है… हैं ना !!
आज, जब भी मैं देश के सकारात्मक नतीजे देखती हूं तो बहुत बार हाथ खुद ब खुद जुड़ जाते हैं और मन लाख धन्यवाद देने लगता है भगवान का और आँखें नम हो जाती हैं… आप विश्वास नहीं करेंगे एक दिन सुबह सुबह 3 बजे मेरी नींद खुल गई और मैं बाहर आ गई और आसमान की ओर देख कर भगवान जी से मन ही मन प्रार्थना करने लगी कि हे भगवान हमारे देश की रक्षा करना.. उसका ख्याल रखना…
और ये मेरी इस रोटी की वजह से ही नहीं पर रोटी के साथ साथ सभी देश वासियों की सच्चे दिल से की गई दुआ या प्रार्थना और विश्वास का ही असर है कि आज हम अन्य देशों की तुलना में बहुत बेहतर हैं..
बेशक, ये लड़ाई लम्बी है पर बहुत जल्द हम इस पर काबू पा लेंगे… क्योंकि आज पूरा देश एक परिवार है और जिससे जो भी बन रहा है वो सहयोग कर रहा है..
कोई घर में रह कर, तो कोई पैसा दान करके, कोई ग़रीबों के लिए खाना बना कर, कोई मास्क बना कर, कोई उपचार करके तो कोई ज़रुरी दुकानें खोल कर और कोई इस बात से लोगो को जागरुक कर रहा है कि लोगों से कोई चूक न हो जाए.. वो अपने कर्तव्य का पालन सही से करें… मैं भी इस समय में ज्यादा से ज्यादा ऐसी वीडियो पोस्ट कर रही हूं कि हम घबराएं नहीं डट कर सामना करें…
और हां, जैसे परिवार में कुछ लोग थोडे जिद्दी टाईप के भी होते हैं तो बात नहीं सुनते कहना नही मानते … ऐसे लोग भी हैं जिसकी वजह से बहुत सारी परेशानी और दिक्कतें आई और अभी भी आ रही हैं… पर चलो कोई ना उन पर भी काबू पा लिया जाएगा… ये सब भी ठीक हो जाएंगी…
https://www.youtube.com/playlist?list=PLNHDwUHKA9segt5K6pjQRWN0cVbtoT1Zv
इस बात का पूरा विश्वास है.. बेशक जिस दौर से हम गुजर रहें हैं बहुत जरुरत है सकारात्मक खबरों की, सकारात्मक अनुभवों की ताकि इस दौर का सामना हम सहजता से कर पाएं.. और इस दिशा में जो भी देशवासी प्रयास कर रहा है… उसे मेरा सादर नमन है…
मुश्किलों को हराते हैं… चलो… थोड़ा सा मुस्कुराते हैं…
आप देखना…. हम होंगे कामयाब बहुत जल्द…. मुझे गर्व है अपने देश पर और देशवासियों पर।
शुक्रिया प्रधानमंत्री जी। आप परिवार के एक मुखिया की तरह हमारे पथ प्रदर्शक हैं।
समाज के लिए लड़ो….
लड़ नहीं सकते तो लिखो….
लिख नहीं सकते तो बोलो….
बोल नहीं सकते तो साथ दीजिए….
साथ भी नहीं दे सकते तो जो लिख, बोल और लड़ रहें हैं उनको सहयोग दीजिए…. ये भी न कर सको तो कम से कम उनका मनोबल तो नही गिराईए क्योंकि वो आपके हिस्से की भी लड़ाई लड़ रहे हैं…
शाखों से टूट जाएं वो पत्ते नही है हम….. आंधियों से कह दो कि वो अपनी औकात में रहें….
कोरोना पर कुछ बातें…
कुछ सीखा कर ये दौर भी गुजर जाएगा।
फिर एक बार हर इंसान मुस्कुराएगा।
मायूस न होना इस आज के इस बुरे वक्त से।
ये जो आज है बहुत जल्द कल हो जाएगा।
शाखें रही तो पत्ते भी आएँगे,
ये दिन अगर बुरे है, तो अच्छे भी आएँगे…. हैं ना !!
घर रहिए सुरक्षित रहिए…🙏🙂
आप जैसे हैं जहां हैं खुश रहिए…आपसे मिलना ज़रुरी नही आपका ” होना ” ज़रुरी है… #StayHome
एक समय था जब बाजार तब बंद होता था जब कोई गुज़र जाता था और आज बाजार इसलिए बंद है कि कोई गुज़र ना जाए..अपना ख्याल रखिए.. सरकार तो पूरी तरह से एक्टिव है उसका साथ दीजिए.. घर पर ही रहिए.
बड़े दौर गुज़रे हैं जिंदगी के…. यह दौर भी गुज़र जायेगा….थाम लो अपने पाँव को घरों में….. कोरोना भी थम जाएगा..
कोरोना वायरस बहुत स्वाभिमानी है। जब तक आप उसे लाने घर से बाहर नही निक लेंगे वो नही आएगा तो क्या सोचा? घर पर ही रहेंगे या उसे लाने बाहर????
Katyayni Dwivedi says
Mam i had written a poetry for korona can you post it in your blog
विकास गुप्ता says
वास्तव में,, कभी कभी, ऐसी विपरीत परिस्थितियों में मन में नेगेटिव ख्याल आने ही लगते हैं,,, इससे पता लगता है कि,, आखिर हमारे अंदर इन्सान और इंसानियत,,, दोनों अभी तक जिंदा हैं,,।आपने सही कहा,,,,अगर हम सही सलामत बने रहे,,तो real में,,,अच्छे दिन जरूर आएंगे,,,धन्यवाद
Sweta Prasad says
बहुत अच्छा लगा पढ़ के…
DIVYA PRASAD says
Hello mam… My name is Divya Prasad… I worked for All India radio & Doordarshan also for six years.. Still associated with AIR Delhi…….
I m very much inspire from your blog & view. I m regularly following your YouTube videos also… I want interaction with you, I will wait for your reply on my email Id…
Jyoti says
Thankuu so much mam… apko positive baato se hum logo ko bhi bhut positive feeling ati hai.. apke thought muje bhut jyada pasnd h … fir mushkurayega INDIA 🇮🇳