दीवाली से जुडी कुछ रोचक बातें – दीपावली पर जरुरी है सफाई – दिवाली या दीपावली त्योहार है खुशियों का … आईए इससे जुडी हमारी आपकी आम जिंदगी से जुडी कुछ रोचक बातॆ सुनें
दिवाली की तैयारी – दीवाली से जुडी कुछ रोचक बातें
दीपावली का नाम आते ही हमारे जहन में सबसे पहले सफाई ही आती है … प्रश्न ये उठता है कि इस त्योहार पर इतनी सफाई किसलिए की जाती है असल में, ये फेस्टिवल धन धान्य की देवी मां लक्ष्मी का है मान्यता है कि इस दिन माता लक्ष्मी सभी के घर आती है और जिस भक्त घर सबसे साफ सुथरा होता है वो वही विराज,मान हो जाती है..
मां लक्ष्मी के साथ साथ गणेश जी का भी पूजन किया जाता है उनके साथ रिद्दी सिद्दी का भी अगमन होता है. इसीलिए घर का कोना कोना चमकाया जाता है. मान्यता है कि सफाई के साथ साथ टूटे-फूटे बेकार चीजो को भी बाहर का रास्ता दिखा देने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आ जाती है और वातावरण भी स्वच्छ हो जाता है…घर में गरीबी का वास नहीं हो पाता। इस बात को उपदेश मे कहने की बजाय देवी लक्ष्मी के आगमन से जोड़ दिया गया ताकि इसी बहाने लोग घर में साल में एक बार तो कोने-कोने की सफाई करें…..
कैसे करें दीपावली की सफाई
सफाई मात्र जाले उतारना या झाडू लगाना ही नही बल्कि कुछ ऐसी चीजे जिनसे नकारात्मक उर्जा आती है उसे भी निकाल देना चाहिए जैसा कि टूटा हुआ दर्पण हो रुकी या खराब घडी हो बेशक कितनी भी कीमती क्यो न हो … नकारात्मक ऊर्जा का प्रमुख कारण होती है … या फिर बहुत पुराना पर टूटा फूटा समान जिसके प्रति हमारा मोह बरकरार रहता है और हम उसे सहेजे ही जाते है … उसे निकाल देना चहैए या फिर अगर किसी के काम आए तो उसे उसे दे देना चाहिए
ये तो बात हुई सफाई की अब क्योकि दीवाली आ गई है तो हमें ऐसे क्या काम है जो इस दिन नही करने चाहिए जो दीवाली वाले दिन
दीवाली के दिन लडाई झगडा नही करना चाहिए और .. खुशी खुशी इस त्योहार को मनाना चाहिए दीए जलाते समय या पटाखे जलाते समय विशेष सावधानी रखनी जरुरी है .. कई बार हम पूजा घर में दीए रख देते हैं ऐसे में कई बार और अनहोनी भी हो जाती है इसलिए दीए प्लेट या थाली में ही रखे. परदे या कपडो से दूर ही रखें और घर के भीतर दीए जला रखे हैं और आप बाहर हैं तो बीच बीच मे अंदर का चक्कर लगा कर चैक करते रहना जरुरी हो जाता है .. जरुरी बात ये कि भी है कि किसी भी तरह का नशा न करें …
अब बात आती है उपहारों की … उपहारो का लेन देन होता है यकीनन अच्छा भी लगता है आमतौर पर एक उपहार आया और हम वो उपहार एज इट इज दूसरे को दे देते हैं पर घर आया उपहार दूसरे को देने से पहले चैक करना बहुत जरुरी है कई बार कोई अपना विटिंग कार्ड अंदर रख देता है या खोए आदि की मिठाई फुई लग जाती है … जो भी उपहार दें बस देने से पहले चैक जरुर कर लें …
जो करेंं दिल से करें दिखावा नही करें …
सबसे सबसे जरुरी बात की दिखावा नही करें जो करें सिर्फ और सिर्फ दिल से करें.. देवता भी उन्ही की प्रार्थना सुनते हैं जो दिल से करते हैं … इसी सिलसिले मे एक बहुत प्यारी सी कहानी भी है कि एक बार भगवान नारद से कहते हैं कि मैं पहाड पर रहता हूं तो भक्त वहां आ जाते हैं समुद्र की गहराई में जाता हो तो भक्त वहां भी आजाते हैं … मैं विश्राम् कहां करुं … इस पर नारद कहते हैं कि प्रभु आप लोगो के दिल में बस जाओ … वही वही एक जगह है जहा लोग नही खोजते … तो अगर प्रभु को पाना हो तो सिर्फ दिल से… दिखाने की कोई जगह नही होनी चाहिए
जाते जाते एक और एक जरुरी बात दीवाली एक बहुत अच्छा मौका है अगर किसी से नाराजगी या झगडा है तो उन्हें बधाई दीजिए शुभकामनाएं दीजिए और मिटा दीजिए आपसी झग़डा …
दीपावली आपके जिंदगी में ढेर सारी खुशिया लेकर आए इसी शुभकामनाओ के साथ … हैप्पी दीपावली …
दीपावली की कहानी – पांच पर्वों का प्रतीक है दीवाली – Monica Gupta
दूसरे दिन चतुर्दशी को नरक-चौदस मनाया जाता है। इसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है। इस दिन एक पुराने दीपक में सरसों का तेल व पाँच अन्न के दाने डाल कर इसे घर की नाली ओर जलाकर रखा जाता है। यह दीपक यम दीपक कहलाता है। एक अन्य दंत-कथा के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण ने इसी दिन नरकासुर राक्षस का वध कर उसके कारागार से 16,000 कन्याओं को मुक्त कराया था। read more at monicagupta.info
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दिवाली की तैयारी कैसी चल रही है आपकी … ??
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