How to Teach Your Child to Speak English – बच्चों को English बोलना कैसे सिखाएं – Monica Gupta – बच्चों को इंग्लिश कैसे सिखाएं – सभी मम्मी पापा चाहते हैं कि उनका बच्चा स्मार्ट बनें पटर पटर अंग्रेजी बोले.. पर कैसे ?? कैसे सिखाएं बच्चों को अंग्रेजी बोलना … बात कल की है जब मैं मार्किट गई हुई थी. बाहर गर्मी थी और जिस दुकान पर गई वहां AC था तो अचानक गर्म सर्द से मुझे छीकें आनी शुरु हो गई. वही काउंटर पर एक छोटी सी लडकी खडी थी… मेरे छींकने के बाद बोली… God bless you मैंनें उसे देखा तो मेरी तरफ देख कर smile करने लगी..
How to Teach Your Child to Speak English – बच्चों को English बोलना कैसे सिखाएं
तभी एक lady मेरे पास आकर बोली.. ये मेरी बेटी है.. आजकल इसे इंग्लिश सीखने का बहुत शौक हो रखा है… तो मैनें बोला ये अच्छी बात है और वो मुझे bye बोल कर चली गई..
मैंने भी सामान खरीदा और वापिस आते आते सोचने लगी.. कि अच्छा ही तो है.. कोई नई भाषा सीखना… parents को efforts करने चाहिए..
वैसे मेरे पास भी बहुत सारे parents के मैसेज आते हैं वो जानना चाहते हैं कि कैसे सीखाएं बच्चे को इंग्लिश बोलना…
तो मैं कुछ टिप्स बताती हूं कि बच्चे को कैसे इंग्लिश बोलना सीखाएं
सबसे पहले तो इंगलिश बोलना हमारी daily routine में शामिल होना चाहिए… हम बच्चे से उम्मीद करें कि वो अंग्रेजी में बात करें और खुद करें ना.. तो ये सही नही है.. बच्चे से खुद भी बात कीजिए.. कोई बडे बडे sentences बनाने की जरुरत नही छोटी छोटी बातों से शुरुआत करनी चाहिए पर घर में बोलना चाहिए..
Practice English Speaking in an informal setting हम ज्यादातर हिंदी बोलते हैं इसलिए मुश्किल हो जाता है जब बच्चे को नई भाषा सीखानी हो तो… आप देखिए बच्चे को हमें हिंदी सीखानी की जरुरत नही पडती वो सुन सुन कर खुद ही सीख जाता है और बोलने लगता है ठीक उसी तरह अगर हम चाहते है कि बच्चा इंगलिश बोले तो पेरेंटस को भी conversations English में करनी चाहिए..
फिर बात आती है कुछ parents खुद नही बोल सकते पर चाहते हैं कि बच्चे बोले तो इसमे भी कोई परेशानी नही है नेट जिंदाबाद..
आजकल हम सब कुछ एक क्लिक मे देख सकते हैं वीडियो सर्च की सीखा और बोलना शुरु… इसी बहाने parents भी सीख ही रहे हैं तो इस कॉम्प्लेक्स को दिमाग से निकाल दीजिए और खुद भी सीखिए और बच्चों को सीखाईए.. वीडियोज, ऑडियोज और किताबों के माध्यम से सीख कर हम बच्चों को सीखा सकते हैं..
फोकस Grammar पर न हो.. शुरु शुरु में Grammar की तरफ एक दम से ध्यान देने की जरुरत नही है.. Natural conversations के माध्यम से उन्हें grammar सीखने दीजिए
बच्चे को Encourage करना है ना कि बीच बीच में टोकना है या गलती निकालनी है… जब वो बोलना बंद कर दे तब बोलिए बीच मे नही कि ‘Not like that’ or ‘It’s wrong’. जबकि बोलिए ‘Listen…’ or ‘Let’s try again‘. गलती करेंगे तभी तो language सीखेंगें
टोकना नही है और मजाक भी नही बनाना .. कई बार बच्चा कुछ बोलने की कोशिश करता है तो पेरेंटस या फैमली मेम्बर्स ही मजाक बनाने लगते हैं कि आ गया अंग्रेज… ये बात महसूस भी होती है और फिर मन भी उचाट हो जाता है…
English words को fun की तरह लेना चाहिए..
कुछ एक बातें हम एप्लाई कर सकते हैं जैसा कि दिन का आधां धंटा आप फिक्स कर लीजिए कि इस बीच में सिर्फ और सिर्फ इंगलिश ही बोलनी है.. अगर कुछ बोलना नही आ रहा तो इशारे से समझाना है पर हिंदी नही बोलनी.. फिर उसका गिफ्ट भी रखना है..
फिर इसे मजेदार बनाने के लिए कुछ पहेलियां या जोक्स भी रख सकते है या TONGUE TWISTERS भी
TONGUE TWISTERS
Greek grapes
Red Lorry Yellow Lorry
She sells sea shells
RED Bulb BLUE Bulb RED Bulb BLUE Bulb
Six thin things
Alphabet Riddles
- Which is the most watery letter of the alphabet?
The letter ‘C’ (sea)
- Which letter is like a ring around your finger?
The letter “O”
3. Which letter of the alphabet wants to know the reasons all the time ?
The letter “Y” (why)
कहानी सुना सकते हैं और फिर उसमे कुछ पूछ सकते हैं… Story से related बातें..
अगर कुछ समझ नही आता तो पूछ सकते हैं… ताकि आगे के लिए कोई कंफ्यूजन न रहे…
Listening बहुत important part है… सुनना बहुत जरुरी होता है जैसे मान लीजिए कोई पोयम है वो सुनी फिर उसे गुनगुनाया तो बहुत जल्दी याद होती है और बोलने का तरीका भी पता चलता है इसलिए सुनना बहुत जरुरी है.. audio book सुनने दे बच्चों को इससे English skills बहुत जल्दी improve होती हैं. .
pressure नही बनाएं.. बच्चा कभी इंगलिश बोलने में शौक न दिखाए तो disappointment नही दिखाईए बहुत ज्यादा दवाब डालेंगें तो दिक्कत हो सकती है..
Ask questions बच्चे से questions पूछते रहे.. Yes No की form में Where are your books?”, “Where is your sister ?”, “Do you want some ice-cream?” what are you doing.. ??
Children learn differently
हर बच्चे का learn करने का तरीका अलग अलग होता है किसी को जल्दी समझ आ जाता है तो किसी को देर से… बस जरुर है उन्हें practice करवाने की.. चाहे वो देख कर हो या सुनकर हो या बोल कर हो.. कुछ भी पूछे उन्हें बताईए.. नही आता तो नेट से सर्च कीजिए… पर सारे डाऊट क्लीयर कीजिए… confidently and fluently बोल पाएगें
Praise करनी है
अगर बच्चे ने अच्छा किया यानि effort कर रहा है तो शाबाशी देनी है… “Great work”, “Good job” etc. Give small rewards for effort
How to Teach Your Child to Speak English – बच्चों को English बोलना कैसे सिखाएं
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