बच्चों की परवरिश पर ध्यान दे – bachon ki parwarish per dhyan de – हम पेरेंटस तो बन बन जाते हैं पर पेशेंस Patience नही रख पाते. जबकि आज के समय को देखते हुए बच्चों से ज्यादा पेरेंटस को सीखना चाहिए और कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
बच्चों की परवरिश पर ध्यान दे
थोडी देर पहले एक जानकार के घर से लौटी हूं मन बहुत खराब हो रहा है असल में, जानकार के घर बच्चे और मम्मी मे खूब कहा सुनी हो रही थी जितना मम्मी बोल रही थी उतना ही या शायद उससे भी ज्यादा बच्चा बोल रहा था. उनका बच्चा 9 क्लास में है बस फर्क इतना ही था कि मम्मी बच्चे पर हाथ उठा रही थी और बच्चा मम्मी का हाथ कस कर पकडे हुए था. मम्मी बोल रही थी तमीज से बात कर मुझसे नौकरानी नही हूं तेरी मम्मी हूं..
क्लिक करिए और सुनिए 2 मिनट और 23 सैकिंड का ऑडियो Parenting पर
बच्चों की परवरिश पर ध्यान दे
असल में, हम पेरेंटस तो बन बन जाते हैं पर पेशेंस Patience नही रख पाते. जबकि आज के समय को देखते हुए बच्चों से ज्यादा पेरेंटस को सीखना चाहिए और कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए.
जैसे बच्चों की कभी भी दूसरे बच्चों से तुलना नही करनी चाहिए और ना ही दूसरे परिवार की देखा देखी उनके rules अपने बच्चों पर लागू करने चाहिए. हर किसी परिवार का अपना अपना रहन सहन तौर तरीका होता है इसलिए अपने घर परिवार को देखते हुए वैसा ही माहौल बनाए रखना चाहिए.
पेरेंटस को कूल और रिलेक्स रहना चाहिए आफिस का तनाव घर पर नही लाना चाहिए अक्सर आफिस का तनाव घर पर ले आते हैं या काम वाली के न आने पर मम्मी उसका गुस्सा बच्चों पर निकालती हैं .. जोकि सही नही है.. इतना ही नही बच्चों को ना सिर्फ पूरा समय देना चाहिए बल्कि उन्हें ध्यान से सुनना भी चाहिए कि उनके मन में क्या चल रहा है.
बच्चों पर हर समय नजर रखने के बजाय उनपर पूरी तरह विश्वास करके उन्हें पूरी freedom भी देनी चाहिए. बाहर से आए मेहमानो के सामने बिल्कुल भी डांटना नही चाहिए… अगर हम भरपूर प्यार और मान देंगें तो यकीनन बच्चा भी मान देगा..
मुझे याद आ रही है एक घटना जब बचपन में अपनी सहेली के घर गई हुई थी. उसके पापा किसी बात पर उसकी खूब पिटाई कर रहे थे. शाम को जब वो अपने दोस्तों के साथ badminton खेल रहे थे तो पैर मुड गया और फ्ररेक्चर हो गया इस पर मेरी सहेली बहुत खुश हुई बोली जिस पैर से मारा वही टूटा. बहुत अच्छा हुआ सबक मिला. आज इस बात को इतने साल हो गए पर वो अपने पापा को बिल्कुल पसंद नही करती.
असल में, बहुत दुख होता है हम पेरेंटस तो बन जाते हैं पर पेरेंटिंग नही सीख पाते.. अच्छे पेरेट्स बन कर तो देखिए जिंदगी में हर तरफ खुशिया ही खुशिया नजर आएगी..और अगर आपका भी कोई एक्सपीरियस हो तो जरुर बताईएगा … मुझे इंतजार रहेगा.. तब तक बाय …
बच्चों की परवरिश पर ध्यान दे
कैसे हैं आप भी जरुर सुनिए
Leave a Reply