बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान – और तिरंगा फहरा दिया – beti bachao beti padhao abhiyan – लहराते तिरंगें को देख कर मन गर्व से भर उठता है और हाथ खुद ब खुद सेल्यूट की मुद्रा में आ जाते हैं. कल्पना कीजिए अगर आपको मौका मिले देश का तिरंगा फहराने का तो कैसा लगे ?? जी क्या कहा आपने की … आप सपने में भी नही सोच सकते ? जी बिल्कुल सही कहा… मेरी भी यही सोच थी पर मेरी इस सोच को बदल दिया हरियाणा के “”बेटी बचाओ बेटी पढाओ” अभियान ने. अभियान ये था कि गांव की जो लडकी सबसे ज्यादा पढी लिखी होगी वो अपने अपने गांव में तिरंगा लहराएगी.
बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान – और तिरंगा फहरा दिया
मुझे ये अभियान बेहद प्रोत्साहित करने वाला लगा और इस अभियान को लेकर बेहद उत्सुक थी और उत्सुकता से इंतजार था 15 अगस्त का जब ये मौका गांव की पढी लिखी बेटियों को मिलेगा.
इस सिलसिले में मेरी बात हुई जिला फतेहाबाद के गांव जांडली कलां की सुमन रानी से जिन्हें अपने गांव में तिरंगा फहराने का सुअवसर मिला. उसके पिता किसान हैं और वो तीन भाई बहन हैं .
सुमन से मैने सारी बात विस्तार से जाननी चाही कि आखिर उन्हें ये मौका कैसे मिला. सीधी सादी सी सुमन ने बताया कि कुछ समय पहले उनके गांव में सर्वे हुआ था और दूसरों की तरह, सुमन ने अपनी पढाई की सारी जानकारी सर्वे मे दी.
वो B.Com , M.Com, B.Ed और MBA हैं और आजकल फतेहाबाद के भूना कालिज में कोमर्स पढा रही हैं. जानकारी के बाद उन्हें 12 तारीख को फिर बुला कर बताया गया कि स्कूल के प्रांग़ण में वो ही तिरंगा लहराएगी.
अचानक सुनकर उन्हें विश्वास ही नही हुआ. खुद को संयत करने के बाद वो भावुक हो गई. और मैं बताना चांहूगी कि आज भी वो ये सारी बात बताते बताते भावुक हो गई. जब उन्होनें अपने पिता जी श्री रमेश कुमार को बताया तो एक बार तो उन्हें विश्वास ही नही हुआ पर जब विश्वास दिलाया तो उनका सीना गर्व से चौडा हो गया कि उनकी बेटी तिरंगा फहराएगी.
ध्वजारोहण करती सुमन रानी, फतेहाबाद (गांव जांडली कलां)
मेरे पूछ्ने पर कि जब आज सुबह स्कूल आए तो कैसा लगा? मन में क्या क्या चल रहा था. वो बोली कि जो उस समय महसूस हो रहा था वो तो शब्दों मे बताया ही नही जा सकता. उनके साथ सुबह उनके पापा, भाई और उनकी छोटी बहन आए थे.
ऐसा महसूस हो रहा था मानो ये सब सपना हो. बहुत गर्व महसूस हो रहा था और मन ही मन ढेरो धन्यवाद इस बात के लिए भी थे कि सरकार ने बेटी की शिक्षा के लिए इतना सार्थक कदम उठाया. इस कदम के बाद तो ज्यादा से ज्यादा लोग अपनी बेटियों को पढाएगें ताकि उनकी बेटियों को भी तिरंगा फहराने का मौका मिले.
सुमन बता रही थी कि उन्हें गर्व इस बात का भी है कि प्रदेश में पहली बार ये अभियान चला और वो पहली ही बारी में ही इसका हिस्सा बनी. तिरंगा फहराने के बाद सुमन ने भाषण भी दिया जिसमें सरकार के इस अभियान की प्रशंसा के साथ साथ बेटी की शिक्षा पर बल दिया.
सभी गांव वासियों से अपील की कि वो अपनी बेटियों को ज्यादा से ज्यादा पढाए ताकि वो ना सिर्फ गांव में बल्कि समाज में भी अपनी अलग पहचान बना सके. कार्यक्रम में पाचं लडकियों को भी सम्मानित किया गया.
पढाई इस तरह भी पहचान करवा सकती है ये वो अभी तक भी सोच सोच कर रोमांचित हैं. सुमन ने बताया कि उनकी छोटी बहन जोकि अभी M.A कर रही हैं वो भी जिंदगी में कुछ बनना चाह्ती है और इस अभियान ने एक रास्ता दिखाया है.
वही जांडली कलां, गर्ल्ज स्कूल के मुख्य अध्यापक श्री कृष्ण कुमार जी ने बताया कि सुमन इसी स्कूल की पढी हुई है और उन्हें सुमन पर गर्व है. अभियान के बारे में उन्होनें बताया कि बहुत अच्छा अभियान है और ये अभियान जारी रहना चाहिए क्योंकि जो गांव वाले बेटी को पढाने से कतराते थे आज वो ही बेटी को पढाने के लिए आगे आ रहे हैं.
(अन्य गांव में ध्वजारोहण करती हरियाणा की बेटी)
ये अभियान प्रदेश भर में ही नही बल्कि देश भर में चले और निरंतर चले और बेटिया पढती रहें … !!!
सुमन रानी और हरियाणा की उन सभी लडकियों को जिन्होनें तिरंगा लहराया उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं !!!