Bitter Truth
Bitter Truth यानि कडवी सच्चाई कुछ समय पहले महिलाओं का पर्व करवा चौथ मनाया गया और लोगों ने बढ चढ कर मैसेज या फेसबुक पर महिलाओ पर एक से एक बढ कर मजाक या व्यंग्य चित्र पोस्ट किया. मजाक मजाक में कई बाते इतनी कडवी भी कही गई कि … !! पर उन बातों को बहुत हल्के मे लिया गया और बात आई गई हो गई. यकीन मानिए बात आई गई नही हुई.
यही छोटी छोटी बाते या आदते एक दिन बहुत गलत बातें बन जाती है. उस बात को आज सिर्फ इसलिए कहना पड रहा है कि जब सीबीआई के डायरेक़्टर ने महिलाओ के सम्बंध में कुछ ऐसी बात कही कि बवाल पैदा हो गया कि ऐसी बात कहने की हिम्मत कैसे हुई. हिम्मत उन्ही लोगों मे आती है जिन्हें नियमित रुप से महिलाओं पर मजाक बनाने का बहुत शौक होता है. और जब आदत बन जाती है तो मुंह से ऐसी हलकी बात निकल ही जाती है कि एक भारी और बडी बहस को जन्म दे देती है. हालाकि उन्होनें तो बाद में माफी भी मांग ली थी. पर माफी मांगना ही इसका अंत नही है. इस बात को गम्भीरता से विचार करना होगा. आय दिन ऐसे बहुत उदाहरण हमारे सामने आते हैं कुछ को मीडिया दिखा देता है और कुछ दब जाते हैं और कुछ दबा दिए जाते हैं.
Bitter Truth
किसी भी हल्के फुल्के मजाक के पक्ष में तो मैं स्वय़ं भी हूं पर जहां सीमा लांधी जाए वहां इस बात का विरोध करना भी बनता है और क्षमा कीजिएगा जो लोगो ऐसी सीमा लांधती बातों को इंजाय करते है उन्हे बुरा भी नही मानना चाहिए और ऐसे अपशब्दों के लिए भी तैयार रहना चाहिए. बाकि आप स्वयं समझदार है.
क्षमा कीजिएगा अगर आपको Bitter Truth बुरा लगा तो यकीनन मुझे अच्छा लगा और अगर आप खुद को सुधारेगें तो मुझे बेहद खुशी होगी !!