रक्तदान और जागरुकता
Blood Donation की जागरुकता लोगो में बढ रही है और स्वैच्छिक रक्तदान के प्रति लोगो को जागरुक कर रहे हैं.
सुरत में पिछले दिनों सुरत रक्तदान केद्र और रिसर्च सैटर द्वारा स्वैच्छिक रक्तदान कैम्प आयोजको की वर्कशाप का आयोजन किया गया
तमे केम छो
सूरत शहर के बारे में …
डायमंड और टेक्स्टाईल का शहर सुरत भले ही तीन बार बाढ और एक बार प्लेग का प्रकोप झेल चुका हो पर आज भी शान से खडा मुस्कुरा रहा है इसकी वजह ना सिर्फ यहा पर रहने वाले लोग है बल्कि प्रशासन और महानगर पालिका का भी विशेष सहयोग है. सभी का सहयोग मिलता है और मुसीबत जल्द ही छूमंतर हो जाती है ओह छू से याद आया… तमे केम छो… मजा मा…इतना ही नही यहां के लोगो को खाने का भी बहुत शौक है हर रविवार पूरा परिवार बाहर घूमने जाता है और ठेला हो या स्टाल सडक किनारे ही मजेदार जायके का आनंद लेता है.
खम्मणी,फाफडा,पात्रा,खांडवी,लोचा,खाकरा,इंदडा( बडी मुश्किल से नाम याद हुए वैसे कुछ नही भी हुए तो लिख लिए थे) खास भोजन है. वहा के लोग कहते है कि सुरत का जमण और काशी का मरण सब चाह्ते हैं.वैसे एक खाउ गली भी है वहां पर वहां जाना नही हुआ. कुल मिलाकर तापी और नर्मदा का शहर सूरत वाकई”खूबसूरत” है.सू छै !
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