Motivational Speech on Voluntary Blood Donation
स्वैच्छिक रक्तदान महादान है रक्तदान पुण्य का काम है…
बात उन दिनों की है जब मुझे रक्तदान के एक कार्यक्रम में जाने का मौका मिला. सच पूछिए तो आज से पहले मैं न कभी किसी रक्तदान के कार्यक्रम में गई थी और ना ही रक्तदान के बारे में जानकारी थी … हां … सुना जरुर था कि रक्तदान करना चाहिए … पुण्य का काम होता है … ये प्रोग्राम डाक्टर युद्दबीर सिह जी की अध्यक्षता में हरियाणा के जिला सिरसा में हो रहा था. डाक्टर ख्यालिया उस समय ना सिर्फ जिले के उपायुक्त थे बल्कि रक्तदान के क्षेत्र में जबरदस्त काम भी कर रहे थे..
मैंने भी पूरा कार्यक्रम देखा और रक्तदाताओं का जोश और जुनून भी देखा … मैं हैरान थी कि मुझे इस बात की जानकारी अभी तक क्यों नही थी …. क्योकि कहती तो मैं भी रहती थी कि मैं भी रक्तदान कर सकती हूं पर करुंगी तभी जब किसी को जरुरत होगी … उस दिन उस कार्यक्रम में मेरी बहुत सी भ्रांतियां दूर हो गई और मैं प्रोग्राम देखते देखते इतनी प्रेरित हो गई कि स्टेज पर ही चली गई और अपने मन की बात सभी को बता दी
बचपन में मैने एक बच्ची को डूबने से बचाया था और यही बात मैं सभी को बताती रहती पर आज मैं इस बात को शायद भूल गई हूं कि बीते कुछ सालों में मैने एक छोटा सा रक्तदाताओं का नेटवर्क तैयार किया है जोकि पंजाब, चंडीगढ, जयपुर, सूरत, दिल्ली राजस्थान , भीलवाडा, मुम्बई आदि जगह में हैं वहां बेहद प्रेरित करने वाले मोटिवेटर और रक्तदाता रहते हैं जोकि एक फोन पर जरुरत मंद के लिए रक्त का इंतजाम करवा देते हैं और किसी की जान बच जाती है…
उस नेटवर्क की वजह से अभी तक बहुत लोगों को रक्त उपलब्ध करवा चुकी हूं और सभी ठीक होकर हंसते गाते अपने घर वापिस लौट गए हैं इसलिए बचपन में उस जान बचाने की घटना को मैं भूल चुकी हूं… और बस किसी जानकार या अनजाने के फोन आने पर कि उन्हें फलां फलां रक्त की जरुरत है जुट जाती हूं कि किसी भी तरह से मदद कर पाऊं 🙂
किसी की मदद करके…. जान बचाकर इतना खूबसूरत अहसास होता है जिसकी शब्दों में कल्पना भी नही की जा सकती…
क्या आपने रक्तदान किया है या रक्तदान किया है या रक्तदान के लिए प्रेरित किया है तो अपना अनुभव जरुर बताईएगा
जय रक्तदाता
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