Best Wishes- Happy New Year
आओ विश करें
नया साल शुरु होता नही कि सकंल्पो की बौछार शुरु हो जाती है. अच्छी बात है सकंल्प लेने कोई बुराई नही है पर कम से कम उसकी लाज तो रखनी चाहिए. हर बात को टालने के अभ्यस्त हम फिर टाल देते है कि कुछ समय और ठहर जाते हैं. कर लेगें, हम कौन सा भागे जा रहे हैं. सोच तो लिया है ना बस …
इन दिनो वैसे एक चिंता और भी हम लोगो मे पाई जाती है और वो है शुभकामनाएं देना. असल में, देने मे कोई परेशानी नही है पर देनी किस किसको हैं ये परेशानी का विषय बन जाता है उसका सबसे मुख्य कारण है हर साल हमारी जिंदगी मे नए लोगो का आवागमन होता रहता है या फिर जो लोग पिछ्ले साल बहुत काम आए इस साल इनकी महत्ता उतनी नही रही. तो ज्यादा कंफ्यूजन से बचने के लिए मैने बिना समय गवाएं चार कैटेगिरी बना ली.
1 धक्के से
2 मजबूरी से
3 जरुरी से
4 दिल से
आप सभी इस बात से इत्तेफाक रखते होग़े कि कई बार कुछ शुभकामनाएं ना चाह्ते हुए धक्के से फोन करके हमे देनी पडती हैं. मसलन अपनी ससुराल मे या फिर अपने मकान मालिक को जो हमे फूटी आखँ ही नही सुहाता. समय की नजाकत को भापँ कर जीती मक्खी निगलनी ही पडती है.
अब बात मजबूरी की आती है.अब मेरी बात से आप इंकार कर ही नही सकते कि भले ही हमारी सम्पादक से जान पहचान हो ना हो पर उसे शुभकामनाएं भेजेगे जरुर.(भई, नही तो हमारा लेख कैसे छपेगा)ऐसे ही जिन से हमे हमारा काम निकलवाना है,पैमैंट निकलवानी है चाहे वो सरकारी नौकरी मे ही हो.चाहे वो कितने ही भाव ही क्यो ना खा रहा हो हमारा फोन ना उठा रहा हो पर हमे भी ढीठ बन कर लगातार उसे फोन मिलाते ही रहना है. जब तक वो फोन न उठा ले उसके बाद चाहे हमे कितना ही समय लगे उन्हे बताने मे कि हम कौन बोल रहे हैं. इसी का नाम मजबूरी है.
अब बारी आती है जरुरी से की. मेरे हिसाब से ये वाकई मे जरुरी है उन लोगो को शुभकामनाएं देने की जो जाने अंजाने सारे साल किसी ना किसी रुप मे हमारे काम आते हैं जैसे कि डाक्टर, गैस बुक करने वाले, बैंक मे काम करने वाले जो जाते ही हमारा सारा काम ना सिर्फ जल्दी निबटवा देते है बल्कि चाय भी पिलाते हैं. उधर गैस वाले तुरंत सप्लाई भेज देते हैं. वही अपने डाक्टर साहब भले ही फोन पर कितना ही व्यस्त क्यो ना हो वो हमे देखते ही फोन का चोंगा रख देते हैं. बच्चो की ट्यूशन सर या क्लास टीचर को भी बहुत जरुरी है शुभकामनाएं देना क्योकि सारे साल उन्होने ही तो ख्याल रखना है बच्चों को अच्छे अकं देने मे.
अब बात आती है दिल से की. ये आवाज दिल से ही निकलती है.अब भला जो हमारे साथ दफ़्तर मे कंधा मिलाकर काम करे मोना, रोजी पिंक आदि उन्हे तो विश करना बनता ही है न और जो सोशल नेट वर्क की साईट पर हैं उन्हे तो और भी ज्यादा और जल्दी विश करना हमारा हक बनता है.कही वो नाराज ना हो जाए या हमसे पहले कोई दूसरा की ना बाजी मार ले जाएं. वही दूसरी तरफ बास की माता जी का स्थान है भले ही बास को विश करे ना करे पर इनकी माता श्री या पत्नी श्री को दिल से प्रणाम करने को मन करता है. भई, आप भले ही कुछ भी समझे पर नौकरी मे तरक्की की चाह तो आपको भी होगी. है ना. तो मै आपसे अलग थोडे ही ना हूँ.
तो कुल मिला कर बताने का तात्पर्य़ ये है कि हमे संकल्प लेने की बजाय फोन करने वालो की लिस्ट मे ज्यादा जोर देना चाहिए ताकि हमारा आने वाला समय सुखद और मगंलमय हो.
आप हमारे प्रिय पाठकगण हैं तो आपकी जगह दिल से वाले कालम मे ही है आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं.
ये लेख Best Wishes आओ विश करें कैसा लगा जरुर बताईगा … 🙂














